घनसाली. भिलंगना ब्लाक के अंतर्गत जहां कई ग्राम सभाएं अभी भी पुराने ढर्रे पर चलकर कोई बजट नहीं होने का रोना रो रही हैं, वहीं कई जागरूक प्रधानों ने अपनी ग्रामसभा में विकास कार्यों से जनता का मन जीतने का कार्य शुरू किया है. भिलंगना ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत चौंरा के युवाओं ने श्री महिपाल रावत जैसे पढ़े लिखे युवा को पिछले चुनाव में गांव को संवारने का जिम्मा सौंपा और इसके सुखद परिणाम आने शुरू हो गए हैं.
यहां महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत 11 गांव के ग्राम सभा चौंरा में सिंचाई कूल निर्माण कार्य और मनरेगा के तहत सुरक्षा दीवार का कार्य बनकर तैयार हो चुका है. साथ ही अनेक योजनाओं पर कार्य शुरू हो रहा है. कोरोना के दौर में आजकल प्रदेश से गांव जाने वाले लोगों के लिए भी क्वारंटीन सेंटर में लोगों को सुविधाएं देने में युवा प्रधान महिपाल सिंह रावत दिन रात जुटे हुए हैं. इससे पहले पेयजल की सालों से लंबित समस्या के समाधान के लिए भी उचित गुणवत्ता के साथ महिपाल सिंह रावत कार्य कर क्षेत्र के लोगों का दिल जीत चुके हैं.
सही साबित हुआ पढ़े लिखे युवा को गांव की कमान सौंपने का निर्णय : भीमसिंह रावत
गांव के मूल निवासी और उक्रांद के युवा नेता भीमसिंह रावत ने बताया कि हमारे युवा प्रधान शांत स्वभाव के हैं और काम में विश्वास रखते हैं. भीमसिंह रावत ने कहा कि हमने गांव की लंबित समस्याओं के निदान के लिए पढ़े लिखे युवा महिपाल को गांव की कमान सौंपने का निर्णय पंचायत चुनाव में लिया था. आज परिणाम सभी के सामने है और गांव में विकास कामों व उन कामों में गुणवत्ता व पारदर्शिता के साथ किया जाना गांव के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है.
ग्राम पंचायत कठूड़ में भी लिखी जा रही विकास कार्यों की नई इबारत
दूसरी ओर भिलंगना ब्लाक में अल्प समय में ऐसे ही ग्राम पंचायत कठूड़ भी विकास कार्यों की नई इबारत लिख रही है. यहां भी गांव के विकास की जिम्मेदारी लोगों ने युवा सुरेंद्र भट्ट को सौंपी है.
भिलंगना ब्लाक की ग्राम पंचायत कठूड़ ऐसे पहली ग्राम पंचायत होगी, जहां चुनाव संपन्न होने के बाद सबसे पहले गांव के विकास कार्य धरातल पर उतर सके.
ग्राम पंचायत कठूड़ के प्रधान ने मुहर मिलते ही एक भी दिन वैसे नहीं गंवाया और गांव के टूटे रास्तों की मरम्मत, भूमि सुधार के कार्य किए. यहां तक कि प्रधान की सक्रियता से विकास के अभाव में जड़ जमा चुकी कंडाली को उखाड़ कर नवनिर्माण की कोशिश ग्राम पंचायत में कार्यकाल आरंभ होने के साथ ही की गई और अब वे लगातार गांव के विकास में सक्रिय हैं. यहां ग्राम प्रधान कोरोना में गांव लौटे लोगों के लिए क्वारांटीन की व्यवस्था, गांव को सैनेटाइज के कार्य और कोरोना में एक एक ग्रामवासी की स्वास्थ्य सुरक्षा की देखरेख में सक्रिय हैं.