गजा. जहां कई गांवों में कुछ लोग आर्थिक संपन्नता के बाद भी सस्ती सरकारी राशन का मोह नहीं छोड़ पाते हैं, वहीं टिहरी जनपद के गजा तहसील के अंतर्गत कई लोगों ने पात्रता श्रेणी से बाहर होने के बाद अपने राशन कार्डों को सरेंडर कर अन्य लाभार्थियों के लिए राह आसान करने का दिल दिखाया है.
जनपद प्रशासन द्वारा पात्र लाभार्थियों तक लाभ पहुंचाने की पहल और गैर पात्र लोगों से कार्ड सरेंडर करने की आपील का असर है कि खाद्यान्न निरीक्षक गजा के अधीन 30 राशन वितरण की दुकानों से संबंधित गांवों में रहने वाले लोगों ने खाद्यान्न निरीक्षक कार्यालय गजा आ कर अपने राशनकार्ड सरेंडर करने शुरु कर दिए हैं. मिली जानकारी के अनुसार, यहां अब तक 254 लोगों ने राशनकार्ड जमा कर दिए हैं.
बताते चलें कि शासन की ओर से राशन वितरण में पात्र और अपात्र श्रेणी की गहनता से पड़ताल की जा रही है. अपात्र श्रेणी के लोगों को 31 मई तक स्वेच्छा से अपना राशनकार्ड खाद्यान्न निरीक्षक कार्यालय जमा करने की मोहल्लत दी गई है. इसके बाद जांच में दोषी पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी, इसके बाद अपात्र श्रेणी में आये सैकड़ों लोग आवेदन-पत्र के साथ राशनकार्ड सरेंडर कर रहे हैं.
हालांकि अब यह तिथि शासन की ओर से बढ़ाकर 30 जून कर दी गई है. खाद्यान्न निरीक्षक गजा रितु खंडूरी ने बताया कि अब तक उनके पास 254 लोगों ने राशनकार्ड जमा कर दिए हैं, जिनमें से 51 कार्ड धारक अन्त्योदय में, 183 राष्ट्रीय खाद्यान्न सुरक्षा के, 20 राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के जमा हुए हैं.
उन्होंने बताया कि लोगों ने स्वयं कार्यालय में आकर राशनकार्ड जमा कर अपात्र श्रेणी का होने सम्बन्धी आवेदन पत्र दिया है. खाद्यान्न निरीक्षक रितु खंडूरी ने कहा कि अभी भी 30 जून तक अगर कोई व्यक्ति अपना राशनकार्ड जमा करता है तो कोई जांच की कार्यवाही अमल में नहीं लाई जायेगी.
ग़ौरतलब है कि अंत्योदय योजना में शामिल भी अब वास्तविक स्थिति से अवगत करा रहे हैं. प्रगतिशील जन विकास संगठन गजा टिहरी गढ़वाल ने खाद्यान्न निरीक्षक रितु खंडूरी के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जब से उन्होंने कार्यभार संभाला है तब से तब से जहां राशन रिटेलर दुकानदार व जनता को सहुलियत मिली है, वहीं अब सस्ती राशन के पात्र लाभार्थियों को भी दो जून का निवाला मिल सकेगा.