घनसाली. पंगरियाणा-डारसिल मोटर मार्ग को पालाकुराली तक करने की मांग पर हिंदाव-ग्यारह गांव हिंदाव पट्टी के सभी प्रधान एकजुट हो गए हैं.
उत्तराखंड के गांधी स्व. इंद्रमणि बडोनी जी की जन्मस्थली ग्यारहगांव हिंदाव और हिंदाव पट्टी से रुद्रप्रयाग जनपद को जोड़ने के लिए इस सबसे सरल पैदल मार्ग को सड़क मार्ग में तब्दील करने की मांग को दोनों पट्टियों के प्रधान अब 21 सितंबर को होने वाली भिलंगना ब्लाक की बीडीसी बैठक में पुरजोर ढंग से उठाने जा रहे हैं.
पंगरियाणा के प्रधान प्रतिनिधि श्री जसपाल नेगी, महरगांव के प्रधान श्री उत्तम कैंतुरा, भौंणा के प्रधान श्री मानसिंह जी, कठूड ग्राम सभा के प्रधान प्रतिनिधि श्री सुरेंद्र भट्ट आदि ने कहा कि जो मार्ग स्व. इंद्रमणि बडोनी जी के पदचिह्नों का साक्षी रहा हो और जखोली ब्लाक के दौर में दोनों पट्टियों की राजनीतिक-सामाजिक-चेतना बढ़ाने की मुख्य संपर्क रेखा रही हो, राज्य निर्माण के 22 साल बाद भी इस पैदल मार्ग के (करीब मात्र 10 किमी) मोटर रोड में नहीं बदल पाना दुर्भाग्यजनक है. लेकिन प्रमुख से लेकर, जिला पंचायत, विधायक, सांसद इसी क्षेत्र से होने के इस दौर में अब यह उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
नेगी ने कहा, क्षेत्र के पिछले दौर के जनप्रनिधियों की उदासीनता को पीछे छोड़ते हुए वर्तमान सांसद श्रीमती राज लक्ष्मी शाह, विधायक शक्तिलाल शाह, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण और प्रमुख बसुमति घनाता के कार्यकाल में क्षेत्र की जनता की उम्मीदें बढ़ गई हैं और वे इस कार्यकाल में पंगरियाणा-डाससिल-महरगांव मोटर मार्ग का करीब 10 किमी विस्तार पालाकुराली तक कराने के लिए अपने जपप्रतिनिधियों व राज्य सरकार से पुरजोर मांग कर रहे हैं.
पंगरियाणा के प्रधान प्रतिनिधि श्री जसपाल नेगी ने सभी जनप्रतिनिधियों से मांग की है कि पट्टी हिंदाव एवं ग्यारहगांव हिन्दाव पंगरियाणा-महरगांव-डारसिल मोटर मार्ग पालाकुरली, पट्टी लस्या, जिला रुद्रप्रयाग तक मिलाया जाय और जगदी शिला मोटर मार्ग बाबा विश्वनाथ पांवली कांठा, पट्टी भिलंग तक मिलाया जाता है तो यह पर्यटन की दृष्टि से भी क्षेत्रवासियों के लिए महत्वपूर्ण बनेगा.
नेगी ने कहा, इन दोनों मोटरमार्ग का निर्माण प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत होना चाहिए, जिससे इस क्षेत्र का सुनियोजित, समन्वित एवं समेकित विकास होगा. नेगी ने कहा, सड़क बनने से यहां होम स्टे योजना का लाभ लोगों को मिलेगा और रोजगार बढ़ेंगे. हिंदाव घाटी तीर्थस्थल जगदी शिला, बाबा विश्वनाथ, पांवली कांठा, त्रिजुगी नारायण, भिलंग घाटी से मिल सकेगी और पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी. कहा कि अगर हमारे जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान देते हैं तो हिंदाव-ग्यारहगांव क्षेत्र पर्यटन के मानचित्र पर जुड़ सकेगा. इसलिए दोनों पट्टियों के समस्त जनप्रतिनिधिगण, प्रधान गण, समस्त क्षेत्र पंचायत इस मांग को अपने विधायक एवं प्रमुख तथा जिला पंचायत, लोकसभा सांसद तक 21 सितंबर 2022 को ब्लाक की BDC बैठक में रखेंगे.