-जगमोहन आज़ाद
देहरादून. आज जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में है. ऐसे में कोरोना वायरस संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए पूरे विश्व में लॉकडाउन किया जा रहा कि कैसे इसी चेन को तोड़ा जाएं. इसी दिशा में सामाजिक पटल पर देश में हंस फाउंडेशन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. हंस फाउंडेशन तमाम सरकारी एवं गैर सरकारी एवं सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित कर डिजिटल इंडिया के माध्यम से लोगों के द्वार तक राशन पहुँचा कर कोरोना वायरस संक्रमण की चेन को तोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
अब हम भूखे नहीं रह सकते, हंस फाउंडेशन है हमारे साथ
यही कारण भी है कि उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल के दूरस्थ गांव क्यूँशू में रहने वाले 80 साल के सोहन सिंह और उनकी 76 साल की पत्नी शुक्री देवी के आँखें आज खुशी से नम हैं. उम्र के इस पड़ाव तक पहुँचे सोहन सिंह बताते हैं कि उन्होंने कभी अपने जीवन में इस तरह की महामारी नहीं देखी, जहाँ लोग घरों में कैद है और लोगों को खाने तक के लिए मोहताज होना पड़ा रहा है. ऐसे में यदि कोई सामाजिक संस्था और व्यक्ति हम जैसे गरीबों तक पहुँच रहा है तो, हमारी आँखों का नम होना लाज़मी है. लेकिन सोहन सिंह अपने चेहरे पर गर्व से मुस्कान लाते हुए कहते हैं कि अब हम भूखे नहीं रह सकते क्योंकि हम जैसे असहाय लोगों के लिए माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी ने हंस फाउंडेशन के सौजन्य से आपरेशन नमस्ते योजना के तहत हमारे घर तक राशन पहुँचाने की व्यवस्था की है. यह खुशी आज उत्तराखंड सहित देश के कई परिवारों के चेहरे पर हैं.
यकीनन आज जब देश कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन की स्थिति में है. लोगों देश भर में जगह-जगह फंस गए हैं. जिसके चलते देश भर में असंख्य लोगों के सामने राशन के समाप्त होने की समस्या उत्पन्न हो गई है. इस संकट के समय में सरकार और तमाम गैर सरकारी संगठन इन लोगों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं. इस सेवा के मार्ग पर प्रथम पंक्ति में शामिल होकर ‘हंस फाउंडेशन’ कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में फंसे असंख्य लोगों तक डिजिटल इंडिया के माध्यम से असंगठित मजदूरों,गरीब और असहाय लोगों के द्वार तक खाद्य सामग्री पहुंचाने में अग्रणीय भूमिका निभा रहा है.
आपरेशन नमस्ते अभियान की उत्तराखण्ड सरकार ने भी की तारीफ़
यही कारण है कि आज हंस फाउंडेशन के आपरेशन नमस्ते अभियान से उत्तराखंड में सरकार के कई मंत्री शामिल होकर इस अभियान के जरिए अलग-अलग क्षेत्रों में फंसे लोगों तक मदद पहुंचाने में हंस फाउंडेशन की पहल का समर्थन कर रहे हैं. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, मसूरी विधायक गणेश जोशी, यमकेश्वर विधायक ऋतु खंडूरी,खटीमा विधायक पुष्कर धामी टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी और कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना,सहित देश के कई सामाजिक संगठन हंस फाउंडेशन के अभियान आपरेशन नमस्ते में शामिल होकर हजारों लोगों के घरों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने में सहयोग कर रहे हैं.
शहरों में फंसे लोगों की भी की जा रही मदद
दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश के कई शहरों और उत्तराखंड के कई दूरस्थ गांव में लॉकडाउन में फंसे लोगों तक हंस फाउंडेशन निरंतर खाद्य सामग्री पहुंचा रहा है. जिसके चलते इन शहरों और गांवों में बड़ी संख्या में फंसे लोगों को बड़ी राहत मिल रही हैं.
हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी का इस संकट के समय में एक ही उद्देश्य है नर सेवा ही नारायण सेवा है. जीव की सेवा करना ही परमात्मा की सच्ची सेवा है. इसी सोच के साथ हंस फाउंडेशन के तमाम पदाधिकारी विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर रात-दिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित कर डिजिटल इंडिया के माध्यम से हज़ारों लोगों तक मदद ही नहीं पहुंचा रहे हैं बल्कि देश वासियों को ‘जो जहां हैं, वहीं रहने के लिए प्रेरित कर कोरोना वायरस संक्रमण की चेन को तोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.