टिहरी. उत्तराखंड (Uttarakhand) में राजकीय एवं अनुदान प्राप्त कालेजों में शिक्षा विभाग द्वारा शीतकालीन अवकाश (winter vacation) समाप्त करने के आदेश से उत्तराखंड का शिक्षक संघ भड़क गया है. रा.शि.सं. उत्तराखण्ड से सरकार के इस निर्णय पर जिलों की कार्यकारिणी ने अपना विरोध दूरभाष के माध्यम से दर्ज कर दिया है.
आदेश शिक्षक भावनाओं के अनुरूप नहीं
रा.शि.सं.टि.ग. के पदाधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक शीतकालीन अवकाश समाप्त करने का जो आदेश निर्गत हुआ है वह शिक्षक भावनाओं के अनुरूप नहीं है. उन्होंने बताया कि शिक्षकों की भावनाओं के अनुरूप जनपद कार्यकारिणी द्वारा इस सम्बंध में प्रांतीय कार्यकारिणी के समक्ष पूर्व में भी इस सम्बंध में स्पष्ट मंतव्य रखा गया था कि हम किसी भी हालात में शीतकालीन अवकाशों को समाप्त करने के पक्ष में नही हैं और प्रत्येक सक्षम स्तर पर हमने इस मुद्दे पर बात की.
गूगल मीट के माध्यम से प्रांत की आकस्मिक बैठक आयोजित
आदेश निर्गत होने के तुरंत बाद यह विरोध दूरभाष के माध्यम से प्रकट कर दिया है. इसके उपरांत आज शुक्रवार को ही प्रांतीय कार्यकारिणी द्वारा गूगल मीट (Google meat) के माध्यम से प्रांत की एक आकस्मिक और आवश्यक बैठक आयोजित की जा रही है, जिसमें 13 जनपदों की कार्यकारिणियों के अध्यक्ष और मंत्री (पदेन सदस्य प्रांतीय कार्यकारिणी) प्रतिभाग करेंगे और इस सम्बंध में कोई ठोस रणनीति बनाई जाएगी.
रा.शि.सं.टि.ग. ने बताया कि शीतकालीन अवकाश से कम हमें वर्तमान परिस्थितियों में कुछ भी स्वीकार्य नहीं है. राजकीय शिक्षक संघ टि.ग. ने अपने सभी संघनिष्ठ और सक्रिय साथियों से अनुरोध किया है कि विश्वास बनाये रखें. हम किसी भी दशा में हम आपके विश्वास को डिगने नहीं देंगे. मीटिंग में होने वाले तात्कालिक परिस्थितियों के मध्येनजर लिए गए आकस्मिक निर्णय से आपको अवश्य अवगत करवाया जाएगा. जो भी निर्णय लिया जाएगा वो आपकी भावनाओं के अनुरूप ही होगा. तब तक आप हमें अपनी भावनाओं और सुझावों से अवगत करवाते रहेंगे.