टिहरी. कोराना वायरस के कारण दुकानें, उद्योग, कंपनियां, कालेज, आफिस आदि बड़े स्तर पर बंद हैं, ऐसे में बिजली की खपत में भी भारी कमी आई है, जिसका असर टिहरी बांध की बिजली खपत पर भी पड़ा है. टीएचडीसी बांध से बनने वाली बिजली की मांग भी कम हो गई है. लाकउाउन के दौरान यहां कम लोगों से काम चलाया जा रहा है. इसके साथ ही पंप स्टोरेज प्लांट परियोजना का निर्माण भी फिलहाल बंद कर दिया है.
1000 मेगावाट के टिहरी और 400 मेगावाट के कोटेश्वर बांध परियोजना से गर्मियों के मौसम में 10-11 मिलियन यूनिट की भारी मांग आती थी, लेकिन कोरोना के चलते आजकल बिजली की खपत कम हो गई है. वर्तमान में टिहरी से 5.90 मिलियन और कोटेश्वर से 2.5 मिलियन यूनिट की उत्पादन हो रहा है. टीएचडीसी प्रबंधन ने 1000 मेगावाट की द्वितीय चरण की परियोजना पीएसपी का काम बंद कर दिया है. टीएचडीसी के अधिशासी निदेशक वीके बडोनी का कहना है कि पावर हाउस से लेकर अन्य उपकरणों, वाहनों का पूरी तरह से सैनिटाइजर किया जा रहा है. मजदूरों को भी खाद्य सामग्री वितरित की जा रही है.