घनसाली. गुरुवार को विकासखंड भिलंगना में उत्तराखंड सरकार द्वारा पदोन्नति में आरक्षण को समाप्त करने के विरोध में SC/ST के कर्मचारियों ने सड़क पर उतर कर अपना आक्रोश व्यक्त किया है. सरकार के इस निर्णय के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति फेडरेशन, अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन, संवैधानिक समरसता संरक्षण मंच एवं अनुसूचित जाति के विभिन्न संगठनों से जुड़े जन प्रतिनिधियों ने यहां एक विशाल जुलूस गैस एजेंसी घनसाली से लेकर पेट्रोलपंप तक निकाला. यहां जुलूस में शामिल कर्मचारियों ने पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने पर घनसाली चौराहे पर उत्तराखण्ड सरकार का पुतला दहन किया.
इस मौके पर फेडरेशन के अध्यक्ष श्री तनवर ने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति समाज उत्तराखण्ड सरकार की जनविरोधी नीतियों से आहत है और पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने व संविधान के विरुद्ध कार्य किया गया है. महासचिव श्री रामचन्द्र शाह ने कहा कि जब तक सरकार पदोन्नति में आरक्षण बहाल कर रोस्टर को पूर्व की भांति यथावत रखते हुए बैकलॉग के पदों को यथाशीघ्र नियुक्ति नहीं करती, तब तक हमारी यह मांग जारी रहेगी.
आंदोलन में नत्थी लाल शाह, बी. पी. टम्टा, प्रेम लाल त्रिकोटिया, नरेंद्र सिंह, बिजेंद्र सिंह, आनन्द लाल, धन्नी राम तलवान, कीर्ति कुमार, संजीव कुमार, पन्नालाल शाह, जगत राम, नारायण शाह, सचिन सिंह, प्रदीप कुमार, महावीर श्रीवाल, कुशाल सिंह, विजय कोहली, आर. बी. सिंह, रितेश, आनन्द प्रकाश, बिहारी लाल, प्रदीप, व्योम आदि लोगों ने प्रतिभाग लिया.
संगठन के सदस्य शिवदेव सिंह ने कहा कि सरकार के इस प्रकार के एक तर्फे फैसले से पूरा SC/ST समाज आहत है, इस प्रकार के फैसले की उम्मीद कतई नहीं थी. शिवदेव सिंह ने कहा कि कोरोना की आपदा के कारण SC/ST वर्ग ने सरकार का सहयोग कर अपने आंदोलन को पहले ही स्थगित कर दिया था.
उधर, प्रताप नगर में भी प्रमोशन में आरक्षण खत्म करने के सरकार के एकतरफा फैसले से SC/ST समाज में भारी आक्रोश की खबर है, यहां भी मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर सरकार को संदेश आगाह किया गया कि यदि सरकार पदोन्नति में आरक्षण बहाल नहीं करती है तो व्यापक आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा, जिसका उत्तरदायित्व वर्तमान सरकार की होगा.