उखीमठ. कोरोना संक्रमण के कारण महाराष्ट्र में फंसे केदारनाथ के रावल 1008 जगतगुरु भीमशंकर लिंग जी महास्वामी, भगवान केदारनाथ के गद्दीस्थल ऊखीमठ पहुंच गए हैं. अपने आश्रम महाराष्ट्र के नांदेड़ में भी रावल जी पिछले दिनों से अपने सेवकों के साथ एकान्तवास पर थे. 29 को केदारनाथ के कपाट खुलने हैं और रावल जी के लाकडाउन के कारण फंसे होने पर उनके केदारनाथ पहुंचने को लेकर दुविधा बनी हुई थी.
महाराष्ट्र के नांदेड़ से चलने से पहले उनका स्वास्थ्य परीक्षण हुआ और मठ पंहुचने के बाद भी रावल जी का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ है. रावल जी और उनके सेवकों के स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक हैं. वे ऊखीमठ में भी फिलहाल एकान्तवास में ही रहेंगे. रावल जी ने कहा कि वे 2 दिन में 2000 किलोमीटर गाड़ी से चलकर ऊखीमठ पहुंचे हैं. वे केदारनाथ के 324वें रावल हैं. उनका कहना है कि धर्म और मठ की परंपरा की रक्षा के लिए वे अपने पूर्व रावलों/गुरुओं की भांति कभी भी जान की भी परवाह भी नहीं करेंगे.