देहरादून. उत्तराखंड की संस्कृत राज्य की दूसरी राजकीय भाषा होने के कारण अब राज्य के रेलवे स्टेशनों के बोर्ड पर भी देवभूमि की भाषा की झलक मिलेगी. उत्तराखंड के सभी रेलवे स्टेशनों के नाम अब उर्दू की जगह संस्कृत में लिखे जाएंगे.
प्लेटफॉर्म पर रेलवे स्टेशन का नाम हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू में लिखा होता है. अब उर्दू की जगह यह नाम संस्कृत में लिखा जाएगा. रेलवे द्वारा लिये गये फैसले के अनुसार, अब हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत में स्टेशन के नाम लिखे जाएंगे. अधिकारियों ने बताया कि यह फैसला रेलवे मैन्युअल के हिसाब से लिया गया है, जो कहता है कि रेलवे स्टेशनों का नाम हिंदी, अंग्रेजी और राज्य की दूसरी राजकीय भाषा में लिखा जाना चाहिए.
उत्तर रेलवे के अनुसार रेलवे मैन्युअल के मुताबिक, रेलवे स्टेशनों के नाम हिंदी और अंग्रेजी के अलावा राज्य की दूसरी आधिकारिक भाषा में लिखे जाते हैं. उत्तर प्रदेश का हिस्सा रहने के कारण उत्तर प्रदेश की उर्दू दूसरी राजकीय भाषा होने के कारण उत्तराखंड में इससे पहले उर्दू का इस्तेमाल किया जाता था.