ऋषिकेश. नवनियुक्त जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने पदभार ग्रहण करते ही कोरोना से निपटने के लिए कमर कस ली है. उन्होंने रेड जोन से आने वाले प्रवासियों को मुनिकीरेती में संस्थागत क्वारंटीन करने की व्यवस्था की है. उन्होंने मुनिकीरेती क्षेत्र के होटल, आश्रम, धर्मशाला संचालकों के साथ बैठक कर कोरोना से निपटने में सहयोग की अपील की है. अब बाहरी राज्यों से आने वाले प्रवासियों को 14 दिन मुनिकीरेती में क्वारंटीन करने के बाद ही घर भेजा जाएगा. एडीएम शिवचरण द्विवेदी को अग्रिम आदेशों तक मुनिकीरेती में कैंप कर प्रवासियों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए.
होटल व्यवसायियों के साथ की बैठक
सोमवार को जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने जीएमवीएन गेस्ट हाउस गंगा रेसोर्ट शीशम झाड़ी मुनीकिरेती में होटल व्यवसायियों के साथ एक बैठक ली. बैठक में जिलाधिकारी ने होटल व्यवसायियों को जनपद, प्रदेश एवं देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति से अवगत कराया एवं उनके होटलों भवनों के अधिग्रहण करने के पीछे के कारणों को भी विस्तृत जानकारी दी. जिसपर सभी होटल व्यवसायियों का सकारात्मक समर्थन दिखा. जिलाधिकारी ने कहा कि यह मानवता को बचाने की पहल है, जिसमें हर नागरिक/व्यावसाही का सहयोग आवश्यक है, ताकि संक्रमण को कम्युनिटी स्तर पर फैलने से रोक जा सके. जिलाधिकारी ने उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि यदि 15000 व्यक्तियों को गांव में होम क्वॉरेंटाइन किया जाए तो उनकी 24 घंटे देखरेख करना लगभग नामुमकिन है. इसी प्रकार यदि इन 15000 व्यक्तियों को 400 से 500 होटलों के कक्षों में संस्थागत कोरेंटिन किया जाए तो उनकी दिन-रात देखभाल करने में बिल्कुल आसानी होगी.
होटलों के कक्षों का सरकार द्वारा तय दरों के अनुसार होगा भुगतान
जिलाधिकारी ने अधिग्रहण किए जाने वाले होटलों में सफाई, सुरक्षा एवं अन्य सेवाएं/ व्यवस्थाएं किस प्रकार होगी इस बारे में व्यवसायियों को विस्तृत जानकारी दी. कहा की अधिग्रहण किए जाने वाले होटलों के कक्षों का सरकार द्वारा तय दरों के अनुसार भुगतान किया जाएगा.
लगभग लगभग 450 होटल उपलब्ध
जिलाधिकारी ने कहा कि इस समय जनपद में लगभग 450 होटल की उपलब्धता है, जिसमें लगभग 6000 कक्षों की उपलब्धता है. जिलाधिकारी ने कहा कि अगर हम कोरोना वायरस को अपने जनपद में कम्युनिटी लेवल पर फैलने से रोक पाए तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी और इसमें आपका सहयोग हमेशा याद रखा जाएगा.
होटलों में सुरक्षा, सफाई व स्वास्थ्य की देखरेख का दायित्व जिला प्रशासन का
जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी नरेंद्र नगर एवं जिला पर्यटन विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि वह मुनिकीरेती, तपोवन क्षेत्र के सभी होटलों का निरीक्षण कर उनमे उपलब्ध सुविधाओ का रिपोर्ट पर जिक्र करते हुए उपलब्ध कराएं. फीडबैक में होटल व्यवसायियों द्वारा कुछ आशंकित सवाल भी जिलाधिकारी के समक्ष रखे गए. जिसका जिलाधिकारी महोदय द्वारा मौके पर ही प्रशासन का पक्ष रखते हुए सभी आशंकाओं को दूर किया गया.
होटल संचालकों ने जिलाधिकारी का आभार व्यक्त किया गया
होटल संचालकों द्वारा जिलाधिकारी का आभार व्यक्त किया गया. कहा की किसी भी होटल/भवन को अधिग्रहण कर लिए जाने पर उसमें सुरक्षा, सफाई, कर्मचारियों के स्वास्थ्य की देखरेख का दायित्व जिला प्रशासन का है. जिलाधिकारी ने कहा जिला प्रशासन द्वारा जो भी होटल अधिग्रहण किया जाएगा, उसमें दो पीआरडी जवानों या स्वयं सेवकों की तैनाती की जाएगी. जोकि उस होटल से संबंधित प्रत्येक गतिविधियों की सूचना से जिला प्रशासन को अवगत कराएंगे. जिलाधिकारी ने कहा कि अगले 1 माह में लगभग 15000 से अधिक प्रवासी रेड ज़ोन से आने वाले हैं. जिनको कॉरेन्टीन किए जाने के लिए व्यापक स्तर पर बंदोबस्त किए जाने की आवश्यकता है.
हमें कोरोना वायरस के साथ ही जीना होगा : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हमें कोरोना वायरस के साथ ही जीना होगा, जब तक की इसका कोई पुख्ता इलाज सामने नहीं आता. उन्होंने कहा कि इस समय प्रवासियों का आवागमन बहुत बड़ी संख्या में हो रहा है. शांति एवं सुरक्षा के इंतजाम पुलिस विभाग द्वारा निरंतर किए जा रहे हैं इसमें भी आमजन का सहयोग एवं उनकी जागरूकता, भागीदारी अति आवश्यक है. तभी हम इस वैश्विक महामारी से पार पाने में सफल होंगे. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक रुहेला, उपजिलाधिकारी युक्ता मिश्र, अडिशनल एसपी उत्तम सिंह नेगी, सीओ नरेंद्रनगर प्रमोद कुमार शाह, जिला पर्यटन अधिकारी एसएस यादव, ईओ नगर पालिका मुनिकीरेती बद्री प्रसाद भट्ट, थानाध्यक्ष मुनिकीरेती आर के सकलानी एवं 70 से अधिक होटल व्यावसाही उपस्थित थे.