घनसाली. घनसाली क्षेत्र के सनातन धर्म व संस्कृति के मनीषी, साधना व संघर्ष के कर्मवीर श्री महेशानन्द सेमवाल के निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है. पट्टी ग्यारहगांव हिंदाव के ग्राम जमोलना के मूल निवासी पं. श्री महेशानन्द सेमवाल जी एसएसबी गुरिल्ला संगठन के महामंत्री, श्रीगुरु माणिकनाथ मन्दिर निर्माण समिति जाख के अध्यक्ष व हिन्दुत्व के प्रबल सर्मथक, महेश, गंगा, गायत्री त्रिशक्ति शाश्वत धाम घनसाली की पहचान के रूप में प्रसिद्ध थे. सन्त 92 वर्षीय श्री महेशानन्द सेमवाल जी ने जीवनभर धर्म व संस्कृति के मूल्यों के साथ अपने संसाधनों से स्वावलम्बी जीवन जीने की प्रेरणा दी.
गुरिल्लाओं के हकों के लिए रहे संघर्षरत
पंडित श्री महेशानन्द सेमवाल गुरिल्लाओं के मान सम्मान व हकों के लिये बिगत 15 वर्षों से संघर्षरत थे. अपने अन्तिम समय में भी वह सरकारों की अनदेखी व उदासीन रवैया से दुखी थे. गुरिल्लाओं के रूप में राष्ट्र की सेवा का सम्मान भले सरकार न दे पायी, लेकिन जीवन में श्रम साधना के लिये वह समाज के लिये प्रेरणा स्त्रोत रहेंगे.
घनसाली में गंगा आरती की प्रेरणा
पं. श्री महेशानन्द सेमवाल पिछले 20 वर्षों से घनसाली क्षेत्र में सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे. स्व. महेशानन्द सेमवाल जी ने घनसाली में गंगा आरती की प्रेरणा दी.
क्षेत्र के राजनीतिक सामाजिक संगठनों ने जताई संवेदना
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व वरिष्ठ पत्रकार तेजराम सेमवाल के पिता पं. महेशानन्द सेमवाल के निधन पर क्षेत्र के विभिन्न सामाजिक सगठनों, प्रधान संगठन, पत्रकार संगठनों, गुरिल्ला संगठन, पूर्व सैनिक संगठन, भाजपा संगठन सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है.
गुरिल्ला संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ब्रह्मा नन्द डालाकोटी, जिलाध्यक्ष दिनेश गैरोला, ब्लाक अध्यक्ष कमल सिंह सजवाण, पूर्व कैबिनैट मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी, मातबर सिंह कण्डारी, मंत्री प्रसाद नैथानी, पूर्व विधायक भीमलाल आर्य, पूर्व अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक रजनीकान्त सुरीरा, भाजपा मण्डल अध्यक्ष प्रताप सिंह सजवाण, गिरीश नौटियाल, प्रेस क्लब टिहरी के पूव॔ अध्यक्ष गोविन्द बिष्ट, पत्रकार गोविंद आर्य, प्रधान संगठन के यशवन्त सिह गुसाईं, पूर्व अध्यक्ष प्रभात उनियाल, पूर्व सैनिक संगठन के कैप्टन केदार सिंह सजवाण, प्रेमलाल त्रिकोटिया, अब्बल सिंह भण्डारी सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनका जीवन प्रेरणादायक रहा. उन्होंने हमेशा सनातनी मूल्यों के मानवीय संस्कारों के लिये संघंर्ष किया. वे हमेशा लोगों के दिलों में अमर रहेंगे.