घनसाली से पूर्व जिला पंचायत सदस्य कैलाशी देवी ने ठोकी ताल
घनसाली. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की तरफ से चुनावों में महिलाओं को 40 प्रतिशत सीटें दिए जाने की घोषणा से देशभर की महिला कांग्रेसियों का उत्साह बढ़ गया है. जिन राज्यों में चुनाव करीब हैं, वहां कांग्रेस में सक्रिय रही महिलाओं का जोश उफान पर है और चुनावी मैदान में अब अपनी बराबरी की भागीदारी के लिए कमर कस रही हैं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रभारी व राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने महिलाओं को 40 प्रतिशत सीटों पर टिकट देने की बात कहकर सभी दलों को पीछे छोड़कर मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है. प्रियंका गांधी बाड्रा के ऐलान के बाद उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों में भी कांग्रेस के सामने चुनावों में महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने का दबाव बढ़ गया है. अब कांग्रेस से जुड़ी महिलाओं ने अपनी दावेदारी का ऐलान करना भी शुरू कर दिया है.
जिला पंचायत सदस्य रह चुकी हैं कैलाशी देवी
उत्तराखंड के घनसाली विधानसभा से पूर्व जिला पंचायत सदस्य रहीं श्रीमती कैलाशी देवी ने कांग्रेस से 2022 के लिए ताल ठोका है. कैलाशी देवी टिहरी जिला पंचायत में 2014 से 2019 तक जिला पंचायत सदस्य के रूप में बूढ़ाकेदार क्षेत्र से प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. जिला पंचायत सदस्य के रूप में राजनीतिक अनुभव, राजनीति में गहरी समझ और महिला सशक्तीकरण की प्रबल हिमायती कैलाशी देवी ने कहा कि वे 2022 के लिए कांग्रेस के टिकट पर घनसाली विधानसभा से चुनाव लड़ना चाहती हैं.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी जी ने जो 40 प्रतिशत का फार्मूला 2022 के लिए उत्तर प्रदेश में दिया है, मुझे पूरी उम्मीद है इस फार्मूले का अनुसरण देवभूमि उत्तराखंड में भी कांग्रेस करेगी. कैलाशी देवी ने कहा कि कांग्रेस महिलाओं को सम्मान देने और राजनीति में स्थान देने हमेशा आगे रही है. उन्होंने कहा देश को इंदिरा गांधी जी के रूप में पहली महिला प्रधानमंत्री और श्रीमती प्रतिभा पाटिल के रूप में पहली महिला राष्ट्रपति देने की मिसाल दुनिया के सामने कांग्रेस ने ही पेश की है और अब प्रियंका गांधी जी ने 40 प्रतिशत टिकट का ऐलान कर देशभर की महिलाओं की राजनीति में भागीदारी सुनिश्चित कर दी है.
घनसाली में गेमचेंजर हो सकता है यह महिला प्रत्याशी पर दांव
हालांकि उत्तराखंड कांग्रेस से जुड़े नेताओं की उत्तराखंड में प्रियंका पैटर्न को लागू करने को लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. यह तब और भी अहम है जब उत्तराखंड में अभी तक विधानसभा में महिला प्रतिनिधित्व शून्य है।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए घनसाली से कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी समेत सभी दलों से 15 से भी ज्यादा दावेदार पुरुष हैं. अगर ऐसे में कांग्रेस इस सीट पर अगर महिला उम्मीदवार कैलाशी देवी को टिकट देती है तो जहां आपसी गुटबाजी से निजात मिलेगी, वहीं चुनाव में एकमात्र महिला उम्मीदवार होने के नाते जीत भी एकतरफा होगी, जो इस सीट पर गेमचेंजर दांव बन सकता है.
भाजपा पर भी बढ़ेगा दबाव, अचला खंडेवाल बन सकती हैं मजबूत विकल्प
दूसरी तरफ इस सीट पर चुनाव में भाजपा पर भी महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारने का दबाव बढ़ेगा, जिसमें भाजपा के पास अचला खंडेवाल के रूप एकमात्र विकल्प होगा. अचला खंडेवाल भी पूर्व में घनसाली सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं और उनके पति श्री सोहन खंडेवाल इस बार भाजपा से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं. कांग्रेस से उम्मीदवारी मांग रही कैलाशी देवी अपना पोस्टर जारी कर चुकी हैं और अचला खंडेवाल के पोस्टर पहले ही जारी हो चुके हैं. देखना होगा कि कांग्रेस प्रियंका फार्मूले पर कितना अमल करती है. अगर उत्तराखंड में कांग्रेस यह फार्मूला लागू करती है तो चुनाव की तैयारी में जुटे कई दावेदारों की मुरादें मुरझा सकती हैं.