मुंबई. पर्वतीय नाट्य मंच मुंबई की मां नंदादेवी सांस्कृतिक डोली महाकुंभ हरिद्वार 2021 में शामिल होगी. पर्वतीय नाट्य मंच के अध्यक्ष श्री बलदेव राणा ने बताया कि उत्तराखंड सरकार द्वारा मां नंदादेवी सांस्कृतिक डोली को महाकुंभ हरिद्वार 2021 में सम्मिलित करने का निर्णय लिया गया है. पर्वतीय नाट्य मंच की नंदादेवी सांस्कृतिक डोली अर्धकुंभ 2016 में भी उत्तराखंड की 400 देव डोलियों के साथ महाकुंभ में विराजमान हुई थी. इस बार भी हरिद्वार में लगने वाले हरिद्वार महाकुंभ 2021 में नंदादेवी सांस्कृतिक डोली को शामिल होगी.
सरकार के इस निर्णय का स्वागत पर्वतीय नाट्य मंच के अध्यक्ष श्री बलदेव राणा ने किया है और सरकार का आभार जताया है. सरकार के आमंत्रण के बाद पर्वतीय मंच हरिद्वार महाकुंभ 2021 तैयारियों की रूपरेखा बनाने में जुट गया है. पर्वतीय नाट्य मंच के अध्यक्ष श्री राणा ने बताया कि हरिद्वार महाकुंभ 2021 की तैयारियों के लिए जल्द मुंबई के 62 सामाजिक संगठन/ 51 भजन मंडलियों, बुद्धिजनों व समाजसेवियों की एक मुंबई में एक मीटिंग बुलाई जायेगी, जिस पर सभी के साथ विचारों का आदान-प्रदान होगा.
पर्वतीय नाट्य मंच द्वारा बुलाई जा रही इस बैठक में तय किया जाएगा कि महाकुंभ 2021 में किस तरह उत्तराखंड में सांस्कृतिक डोली की झांकी निकाली जाएगी और कहां से डोली महाकुंभ हरिद्वार में सम्मिलित होने प्रस्थान करेगी. पर्वतीय नाट्य मंच ने महाकुंभ 2021 हेतु मां नंदादेवी सांस्कृतिक डोली महाकुंभ सलाहकार मंडल बनाने का निर्णय भी निर्णय लिया है.
2012 में किया 10 दिवसीय मां नंदादेवी राजजात महोत्सव का आयोजन
पर्वतीय नाट्य मंच एवं मुंबई उत्तराखंडी समाज कि 62 सामाजिक संगठन और 51 भजन मंडलियों द्वारा 2012 में 10 दिवसीय मां नंदादेवी राजजात महोत्सव का आयोजन किया गया था.
तत्पश्चात 2018 में पुनः 15 दिवसीय मां नंदादेवी राजजात महोत्सव का भव्य आयोजन संपूर्ण मुंबई में संपन्न हुआ.
मुंबई में यह सांस्कृतिक यात्रा 19 पड़ाव संपूर्ण करती , पारंपरिक वेशभूषा, उत्तराखंडी वाद्य यंत्रों के साथ प्रत्येक पड़ाव में मां नंदादेवी कि पुजा-अर्चना सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, मुंबई में 142 किलोमीटर पार करती मां नंदा देवी सांस्कृतिक डोली को सांस्कृतिक प्रांगण में स्थापित कर 3 दिवसीय मां नंदादेवी कौथिग का भव्य आयोजन किया जाता है.
पर्वतीय नाट्य मंच व मुंबई समाज की मां नंदादेवी संस्कृति डोली 2016 में उत्तराखंड सरकार द्वारा अर्धकुंभ में सम्मिलित कर पंजीकृत कि गई.
यह भारतवर्ष के रंगमंच कि पहली मां नंदादेवी सांस्कृतिक डोली है जिसे उत्तराखंड की 400 डोलियों में सम्मिलित किया गया.
2016 में मां नंदादेवी सांस्कृतिक डोली देहरादून से ऋषिकेश से हरिद्वार तक भव्य सांस्कृतिक झांकी के साथ अर्ध कुंभ 2016 में गंगा स्नान के उपरांत उत्तराखंड की 400 डोलीयों में विराजमान हुई.
पर्वतीय नाट्य मंच की कार्यकारिणी
अध्यक्ष
बलदेव राणा
सांस्कृतिक डोली संयोजक
रामकृष्ण भट्ट
संरक्षक- राजेंद्र सिंह रावत
उपाध्यक्ष – कपूर सिंह भंडारी
महासचिव– राकेश पुंडीर
उपसचिव– रजनी पंत
कोषाध्यक्ष – सुरेंद्र सिंह रावत
सांस्कृतिक सचिव– गजेंद्र सिंह रावत
उप सांस्कृतिक सचिव– निशा राजपूत
लेखाकार– उत्तम सिंह नेगी
नाट्य प्रभारी– जसपाल सिंह रावत
रंगमंच प्रभारी– अंकित सेनवाल
व्यवस्थापक -दिलबर रावत
संस्कृति डोली प्रभारी
शुरवीर सिंह पवार
रघुवीर सिंह नेगी
वीरेंद्र गुसाईं
मनोज गोदियाल
भीम सिंह गुसाईं
सांस्कृतिक डोली प्रबंधक
दीपा रावत व सरस्वती रावत