-जगमोहन आज़ाद
देहरादून. देहरादून के आई.आर.डी.टी ऑडियोरियम में नई पहल नई सोच संस्था के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर उत्तराखंड में जमीनी धरातल पर उतकर संघर्षरत महिलाओं को सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम का उद्धघाटन समाज सेवी एवं हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज, बदरी केदार मन्दिर समिति के अध्यक्ष शिव प्रसाद ममगाई, गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी एवं नई पहल नई सोच के संस्थापक और अधिवक्ता संजय दरमोड़ा ने दीप प्रज्वलित कर किया.
पहाड़ की महिलाओं का योगदान देश-समाज को गौरवान्वित करने वाला : माता मंगला जी
नई पहल नई सोच के मंच पर सम्मानित उत्तराखंड की मातृ शक्ति का अभिवादन करते हुए. समाज सेवी माताश्री मंगला जी ने कहां कि मेरे लिए आज का दिन बहुत ही गर्व का दिन हैं कि आज इस मंच पर हमें पहाड़ की उन महिला शख्सियतों को सम्मानित करने का मौका मिला है. जो सही मायने में पहाड़ की सोच, पहाड़ की विचारधारा और पहाड़ के संघर्षों को खुद में स्थापित करते हुए. कई महिलाओं के लिए प्रेरक बनी हैं. मैं संजय दरमोड़ा जी को बधाई देना चाहूंगी कि आपने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके ऐसे महिलाओं का सम्मान करने का हमें मौका दिया, जो वाकई में पहाड़ के परिवेश को नये स्वरूप में विश्व पटल पर स्थापित कर रही हैं. मैं शैलश्री सम्मान से सम्मानित मधु मैखुरी, कमला देवी, विजयलक्ष्मी जी, देवी श्री सम्मान से सम्मानित सनम देवी नबियाल और प्रतिभा नैथानी जी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देती हूं की आप सभी पहाड़ के पटल पर अपने-अपने क्षेत्रों में नयी भूमिका के साथ आगे बढ़ रही है.
बद्री-केदार मन्दिर समिति के अध्यक्ष ने की संजय दरमोड़ा जी की सोच की सराहना
बदरीकेदार मन्दिर समिति के अध्यक्ष शिव प्रसाद ममगाई ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर राज्य की महिलाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मैं नई पहल नई सोच के संस्थापक संजय दरमोड़ा जी की सोच की सराहना करता हूँ कि वह पहाड़ के अंतिम छोर पर सराहनीय कार्य कर रही उन महिलाओं को इस मंच तक लेकर आए है जो हम सब के लिए प्रेरक है और यह हम सब के लिए और भी सम्मान की बात है कि विश्व सेवा पटल पर उत्तराखंड का नाम रोशन कर रही पूज्य माताश्री मंगला जी इन महिलाओं को सम्मानित कर रही है. इस बेहतर आयोजन के लिए मैं दरमोड़ा जी बहुत-बहुत बधाई देता हूँ. साथ ही भगवान बदरी विशाल जी से राज्य की जनता के जीवन में सुख-शांति-संतुष्टि की कामना करते है.
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी समारोह में उपस्थित महिलाओं को महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहां कि हमारी बेटी- ब्यारियों के लिए आज सम्मान की बात हैं कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर उनका सम्मान हो रहा है. उनके संघर्षों का सम्मान हो रहा,उनकी गाथाओं का सम्मान हो रहा है. इसके लिए नई पहल नई सोच की पूरी टीम और भूला संजय दरमोड़ा बधाई के पात्र है. मैं पहाड़ की नारी और पूरी दुनिया की महिलाओं को इस दिवस पर प्रणाम करता हूं.
लघु फ़िल्म “ऊँमा बोल दियां” की स्क्रीनिंग
इस मौके पर उत्तराखंड की महिला के संघर्ष पर बनी लघु फ़िल्म “ऊँमा बोल दियां” की स्क्रीनिंग से हुई. इस लघु फ़िल्म के निर्देशक कविलाश नेगी ने बताया कि यह फ़िल्म सुप्रसिद्ध साहित्यकार बल्लभ डोभाल की कहानी “कही अनकही” पर आधारित है जिसकी शूटिंग ट्रायबल बॉय फ़िल्म के बैनर तले देहरादून व उसके आस-पास के गांवों में हुई है.
आज बहुत भावुक हूं : संजय शर्मा दरमोड़ा
इस मौके पर कार्यक्रम में पधारे प्रबुद्धजनों का आभार प्रकट करते हुए नई पहल नई सोच के संस्थापक और सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता संजय शर्मा दरमोड़ा ने कहां की मैं आज बहुत भावुक हूं की माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी जैसे पूज्यनीय संत महात्माओं का आशीर्वाद हमें मिला है. मैं मंच पर उपस्थित बदरीकेदार मन्दिर समिति के अध्यक्ष शिव प्रसाद ममगाई जी, गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी जी और सभागार में मौजूद मातृ शक्ति को कोटि-कोटि प्रणाम करता हूं कि आप सब हमें अपना सहयोग और आशीर्वाद हमें प्रदान किया.
श्री दरमोड़ा ने कहा कि आज हमने आप सभी के सहयोग एवं नई पहल नई सोच के माध्यम से जिन पहाड़ की संघर्षरत महिला शख्सियतों का सम्मान किया है. मैं आप सभी को भी कोटि-कोटि प्रणाम करता हूं.