उत्तरकाशी. देवों के देव महादेव के पावन पर्व महाशिवरात्रि पर दुनिया भर के साथ ही उत्तराखंड के शिवालयों में हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज सुबह से ही शुरू है. उत्तरकाशी स्थित सौम्य काशी में भगवान विश्वनाथ मंदिर में प्रात: से ही बड़ी संख्या में भोले के भक्तों ने कतारें लगा दी थी.
मंदिर के मुख्य व्यवस्थापक और पुजारी श्री अजय पुरी जी ने बताया कि भगवान विश्वनाथ मंदिर में आज के लिए खास व्यवस्थाएं की गई हैं और श्रद्धालुओं को आसानी से भगवान भोले नाथ के दशर्न हों इस बात पर खास ध्यान दिया गया है.
काशी विश्वनाथ मंदिर को सजाने-संवारने का कार्य पहले ही पूरा हो चुका था और देर रात से ही यह जलाभिषेक के साथ पूजा-अर्चना करने के लिए श्रद्धालुओं का रैला नजर आने लगा. आज भगवान शिव की पूजा अर्चना करने का सिलसिला आधी रात तक जारी रहेगा. उत्तराखंड के अन्य भागों में भी ओम नम: शिवाय…, हर-हर महादेव…, बोल बम..जैसे उद्घोषों के साथ आज शिवालय गूंज उठें हैं. महाशिवरात्रि पर्व पर जगह-जगह सुबह से लेकर भोले बाबा की आराधना की जा रही है. रुद्राभिषेक और दुग्धाभिषेक से श्रद्धालु भगवान भोले को मनाने जुटे हुए हैं.
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शिव यानि कल्याणकारी, शिव यानि बाबा भोलेनाथ, शिव यानि शिवशंकर, शिवशम्भू, शिवजी, नीलकंठ, रूद्र आदि. हिंदू देवी-देवताओं में भगवान शिव शंकर सबसे लोकप्रिय देवता हैं, वे देवों के देव महादेव हैं तो असुरों के राजा भी उनके उपासक रहे. इनकी लोकप्रियता का कारण है इनकी सरलता. इनकी पूजा आराधना की विधि बहुत सरल मानी जाती है.