घनसाली. जनपद टिहरी गढ़वाल के आदर्श विद्यालय राजकीय इंटर कालेज अखोड़ी (GIC Akhori) में शिक्षकों की नियुक्ति की मांग को लेकर अभिभावकों का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन आज पांचवें दिन भी जारी रहा।
शिक्षक दिवस के अवसर पर भी जनप्रतिनिधियों, शिक्षा विभाग की चुप्पी पर अब क्षेत्रवासियों में आक्रोश बढ़ने लगा है. उम्मीद की जा रही थी कि शिक्षक दिवस के दिन स्थानीय जनप्रतिनिधि, शिक्षा विभाग और उत्तराखंड सरकार उत्तराखंड के गांधी की जन्मस्थली में शिक्षकों की मांग पूरी कर राज्य के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का बड़ा संदेश देगी, लेकिन कागजों पर किए जाने वाले सभी दावों की हकीकत अखोड़ी में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रहने के रूप में सामने है.
अभिभावक संघ के अध्यक्ष श्री विक्रम घनाता के नेतृत्व में अखोड़ी में चल रहा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन अब घनसाली विधानसभा में एक बड़े शिक्षा आंदोलन के रूप में आगे बढ़ने की ओर अग्रसर है. यहां आसपास की पट्टियों से बड़ी संख्या में लोग रोज धरनास्थल अखोड़ी पहुंच रहे हैं.
अभिभावक संघ के अध्यक्ष श्री विक्रम घनाता ने ऐलान किया कि शिक्षक दिवस पर भी हमारी मांगों को अनदेखा किया जाना दुर्गम क्षेत्रों के प्रति सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की लापरवाही नतीजा है.
श्री घनाता ने कहा कि अब तक हमारी मांग पूरी करने किसी अधिकारी का यहां न आना और ‘हुलाना खाल’ तक भी अखोड़ी की आवाज नहीं जाने से क्षेत्र की जनता आक्रोशित है और अब 11 सितंबर से यह अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन आमरण अनशन में बदला जाएगा.
पांच दिनों से जारी दिन रात के इस धरना आंदोलन में विक्रम घनाता के साथ कुलदीप चौधरी, लक्ष्मी चौधरी, महिपाल सिंह रावत प्रधान चौंरा, गौतम नेगी, जीवानंद चमोली, मित्र्यानंद नैथानी, मुरलीधर चौधरी, जय सिंह नेगी, मंगल सिंह रावत, प्रदीप कुमार, प्रधान प्रतिनिधि अखोडी, दीपक डंगवाल, देवेंद्र चौधरी, शिवदयाल चौधरी, प्रमोद गोदियाल, सरोप सिंह मेहरा, अनिल पुरसोड़ा आदि लोग दिन रात धरना दे रहे हैं।
बच्चों का भविष्य अंधकार की ओर ढकेल रही सरकार : लक्ष्मीप्रसाद अंथवाल
शिक्षक दिवस के अवसर पर आज पांचवें दिन अखोड़ी में चल रहे धरना प्रदर्शन को समर्थन देने शिक्षाविद श्री लक्ष्मीप्रसाद अंथवाल भी पहुंचे. राज्य के सामाजिक शैक्षणिक मुद्दों पर प्रखर राय रखने वाले समाजसेवी व पूर्व प्रवक्ता श्री लक्ष्मीप्रसाद अंथवाल ने कहा कि राज्य निर्माण के अग्रणी इंद्रमणि बडोनी जी के गांव में चल रहा यह आंदोलन राज्य सरकार और शिक्षा विभाग की नाकामी का जीता जागता उदाहारण है. श्री लक्ष्मीप्रसाद अंथवाल ने कहा कि यह बड़ी बिडम्बना है कि जो काम लिपिकों द्वारा किया जा सकता है वह शिक्षा विभाग अध्यापकों से करवा रहा है और बच्चों का भविष्य अंधकार की ओर ढकेला जा रहा है.
शिक्षा आंदोलन को दुर्गम की जनताकत बनाएं : संदीप आर्य
शिक्षक दिवस के अवसर पर पांचवें दिन उक्रांद के युवा नेता संदीप आर्य भी अखोड़ी में शिक्षकों की मांग को लेकर चल रहे धरना को अपना सर्मथन देने यहां पहुंचे. युवा नेता संदीप आर्य ने उत्तराखंड सरकार और शिक्षा विभाग को आगाह किया कि यदि शीघ्र अविभावकों की मांगें पूरी नहीं हुई तो 11 सितंबर से वे भी अभिभावकों के साथ आमरण अनशन में शरीक होंगे. संदीप आर्य ने घनसाली विधानसभा के सभी क्षेत्रवासियों से आग्रह किया कि लोग यह न देखें कि धरना अखोड़ी में चल रहा है, बल्कि यह हम सभी घनसाली विधानसभा की पीड़ा है और विक्रम घनाता जी के नेतृत्व में इस शिक्षा आंदोलन को दुर्गम की जनताकत के रूप में दिखाकर बहरी सरकार के कानों तक यह आवाज पहुंचाएं.
इस दौरान पांचवें दिन राजकीय इंटर कालेज मथकुड़ी के अभिभावक संघ के अध्यक्ष प्यारेलाल पंचोला ने अखोड़ी पहुंच कर आज के धरने में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. इससे पूर्व इस आंदोलन में धोपड़धार में शिक्षा आंदोलन के नेता नित्यानंद कोठियाल, समाजसेवी दशर्नलाल आर्य, धनीलाल शाह, दिनेशलाल, भीमलाल आर्य भी यहां अपनी उपस्थिति दर्ज करवा चुके हैं. इन तमाम नेताओं की उपस्थिति के बाद आज 5वें दिन तक भी स्थानीय विधायक शक्तिलाल शाह के यहां नहीं आने और आंदोलन को नजरअंदाज करने को लेकर लोगों में विधायक के प्रति नाराजगी देखी जा रही है.