देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने NHM कर्मियों व राज्य के बेरोजगार डिप्लोमाधारी नौजवानों की मांगों पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जी को सुझाव पत्रिका भेजी है।
हमारी सरकार ने मान ली थी NHM के कर्मचारियों की कुछ मांगें
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी ने मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह जी को लिखे ई-पत्र में लिखा कि NHM के कर्मचारियों की कुछ मांगों को हमारी सरकार ने मान लिया था, मेरे साथ अधिकारियों की बैठक में एक अंडरस्टैंडिंग बन गई थी और शासनादेश निकालने के आदेश कर दिये गये थे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि शासनादेश निकलते-निकलते चुनाव आ गये। अब कुछ और मांग हैं जिनमें कोरोनाकाल के लिए बीमाकृत होने की मांग भी सम्मिलित है, उसको लेकर के आगे आये हैं और उन्होंने कहा है कि वो काम बंद कर देंगें, यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई।
हरीश रावत जी ने कहा कि मैंने भी उनसे आग्रह किया है कि वो मुख्यमंत्री जी पर भरोसा करें और मैं आपसे आग्रह करना चाहता हूँ कि आप उनको वार्ता के लिए बुलाईये। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वो हमारे बड़े महत्वपूर्ण अंग हैं, उनसे वार्ता करिये और जो आप कर सकते हैं, उन मांगों को पूरा कर दीजिये।
अनुभव का मिलना चाहिए वेटेज
उन्होंने कहा कि एक इसी से संबद्ध समस्या है कि आप जितनी नियुक्तियां स्टाफ नर्स आदि की निकल रही है, उसमें पास्ट एक्सपीरियंस को कंसीडर नहीं कर रहे हैं। आज सारी परीक्षाएं वर्चुअल होनी हैं और आप जानते हैं पुराने लोग इतने टेक्नोसेवी नहीं हैं, उनकी तुलना में जो नये अभ्यर्थी हैं, वो ज्यादा टेक्नोसेवी हैं। मगर उन्होंने भी सरकार की ही गाइडेंस में ट्रेनिंग ली है और अलग-अलग स्थानों पर कोई उपनल कर्मी के रूप में, कोई किसी रूप में काम भी कर रहा है तो उनके इस अनुभव का कोई वेटेज तो होना चाहिये, उनको कुछ वेटेज दीजिये, ताकि उस वेटेज के साथ वो भी परीक्षा में सम्मिलित हों और अच्छी बात है आप परीक्षाएं करवाइये और इन परीक्षाओं को टालते मत रहिये, ये एक प्रकार की जरूरी सर्विसेस है, जिनमें वैकेंसीज का रहना जिस तरिके से कोरोना संक्रमण की तीसरी व चौथी लहर की बात हो रही है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं समझता हूँ, लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ होगा।
टुकड़ों-टुकड़ों की बजाय एक साथ निकालें इंजीनियरिंग की भर्ती
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी ने लिखा कि दूसरी मांग हमारे डिप्लोमा होल्डर्स नौजवानों की है, जो हमारे कोर इंजीनियरिंग सेक्टर हैं, उस सेक्टर में 2016 में हमने पब्लिक सर्विस कमीशन से हमने भर्तियां की थी और उसके बाद से आज तक भर्तीयाँ नहीं निकल रही हैं। जबकि हर साल कुछ लड़के पास होकर के आ रहे हैं और पद भी रिक्त हैं।
उन्होंने कहा, पिछले दिनों जलसंस्थान में कुछ पद निकले हैं तो ये टुकड़ों-टुकड़ों में निकलने के बजाय एक साथ PWD, जल निगम में जो हमारे ग्रामीण इंजीनियरिंग सेवा, इनमें जहाँ भी पद रिक्त हैं, उन पदों को एक साथ निकाल दीजिये और इन लड़को को अवसर दीजिये। हरीश रावत जी ने कहा कि मुझे भरोसा है कि आप इस ई-पत्र पर अवश्य गौर करेंगे।