घनसाली. भिलंगना ब्लाक के पूर्व प्रमुख श्री धनीलाल शाह ने अन्य प्रांतों से गांव लौट रहे प्रवासियों को प्यार और सम्मान देने की अपील सभी घनसाली विधानसभा क्षेत्रवासियों से की है. श्री धनीलाल शाह ने सभी लोगों से विनम्रता पूर्वक आग्रह किया है कि इस संकट की घड़ी में संयम से काम लें ओर जो भाई देश विदेश से घर आ रहे हैं, उनको सम्मान और प्यार दें. धनीलाल शाह ने कहा कि प्रवासी युवा भी हमारे सुख दुख और जीने मरने के साथी हैं. आज जब महामारी के करण रोजगार का संकट है, तो उनके लिए भी अंतिम सहारा अपना ही घर होता है.
जल, जंगल और जमीन के मुद्दे पर हो सर्वदलीय बैठक
श्री धनीलाल शाह ने कहा कि जितने भी लोग निजी क्षेत्र में अपना रोजगार कर रहे थे, उनके बंद होने के कारण उत्तराखण्ड के युवाओं को रोजगार का संकट दिखाई दे रहा है. ऐसी संकट की घड़ी में सरकार को रोजगार की दिशा में गंभीरता से विचार करना चाहिए और शीघ्र जल जंगल और जमीन के मुद्दे पर आवश्यक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए. उत्तराखण्ड राज्य का निर्माण जल, जमीन और प्राकृतिक संसाधनों पर ही हुआ है और यही हमारी अर्थव्यवस्था के मजबूत स्तंभ बन सकते हैं. अभी केवल सभी राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों को प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खोजने का काम करना चाहिए. उत्तराखण्ड में जब तक कृषि पशुपालन से संबंधित उद्योग नहीं लगते तक विकास की बात करना बेईमानी होगी.
प्रत्येक बेरोजगार को मिले 10,0000 की आर्थिक सहायता
भारत सरकार ने जो आर्थिक पैकेज की घोषणा की है, उससे बेरोजगार हो चुके उत्तराखण्ड लौट रहे नौजवानों के लिए ठोस योजना तैयार कर प्रत्येक बेरोजगार को स्वरोजगार के लिए 10,0000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाय, ताकि उन्हें फिर से भटकना न पड़े.
धनीलाल शाह ने कहा कि विश्व COVID -19 कोरोना महामारी से ग्रसित है, ऐसे समय पर समस्त देशवासियों को सूझ बूझ का परिचय देना चाहिए.
आज सबसे अधिक परेशानी हमारे प्रवासी भाई झेल रहे हैं. उनको रोजी रोटी के संकट के साथ साथ अपने घर तक पंहुचने में आर्थिक दिक्कतें आ रही हैं. सरकार के सारे दावे हवाई साबित होते दिख रहे हैं. लोगों को अपने घरों तक पहुंचने के लिये मोटी रकम चुकानी पड़ रही है. सोशल डिस्टेंस का आलम ये है कि घनसाली से एक बस में 70 आदमी ठूंस ठूंस कर किसी तरह घर पहुंच रहे हैं.