देहरादून. एक ओर जहां अन्य राज्यों में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही हैं, वहीं उत्तराखंड सरकार की कोरोना को परास्त करने की तत्परता और राज्य पुलिस द्वारा लाकडाउन का कड़ाई से पालन करवाने के चलते पिछले तीन दिनों से उत्तराखंड में कोरोना काबू में है. इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि देश में कोरोना को परास्त करने वाला राज्य देवभूमि उत्तराखंड ही बनेगा. उत्तराखंड में अभी तक केवल 35 कोरोना पॉजीटिव केस हैं. इनमें भी 28 मामले जमातियों से जुड़े हैं. जमातियों से इतर बात करें तो 26 मार्च को अंतिम कोविड-19 का मरीज सेना के सूबेदार के रूप में सामने आया था. यह सूबेदार भी अब ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं. जबकि चार और मरीज भी ठीक हो चुके हैं. जबकि 1 से 8 अप्रैल के बीच कुल 28 मामले जमातियों के पॉजीटिव आए. हालांकि बीते तीन दिनों से कोई भी नया केस प्रदेश में नहीं आया है. अच्छी बात यह है कि जमातियों के पॉजीटिव आने का सिलसिला भी फिलहाल थमा हुआ है.
जमातियों व उनके संपर्क में आए लोगों किया जा चुका है क्वारंटाइन
सरकार का भी दावा है कि अधिकांश जमातियों व उनके संपर्क में आए लोगों को ट्रेस कर क्वारंटाइन किया जा चुका है. जबकि जिन कॉलोनियों में जमातियों के अन्य लोगों के संपर्क में आने की संभावना है उन सभी कॉलोनियों को प्रशासन ने पूरी तरह से सील कर दिया है. इधर शनिवार को भी स्वास्थ्य विभाग को 93 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई.
प्रदेश से अब तक कुल 1705 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए जिसमें से 1340 मामलों में रिपोर्ट नेगेटिव आई है. 330 मामलों की रिपोर्ट आनी बाकी है. 55631 लोग होम क्वारंटाइन में हैं जबकि 2693 संस्थागत क्वारनटाइन में. ऐसे मरीज जिनका अस्पतालों में नियमित रूप से डायलिसिस होता है, इन मरीजों के लिए सरकार ने नई गाइड लाइन जारी की है. वे मरीज जिनके पास परिवहन के लिए निजी वाहन उपलब्ध नहीं है. सरकार उनको एंबुलेंस की सुविधा मिलेगी.
हरिद्वार में पचास एकड़ जमीन पर 500 बेड का प्री. फैब्रिकेटेड अस्पताल
हरिद्वार में पचास एकड़ जमीन पर 500 बेड का प्री. फैब्रिकेटेड अस्पताल बनाने को मंजूरी दे दी है. यह जमीन चिकित्सा शिक्षा विभाग को हस्तांतरित कर दी गई है.
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