हरिद्वार। उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते सरकार ने नई कोविड गाइड लाइन जारी की है। ताकि किसी भी तरह से उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना के मामलों को रोका जा सके।
इस सब के बीच हरिद्वार से बहुत की चौकाने वाली खबर सामने आ रही है। जहां उत्तराखंड सरकार के एक कैबिनेट मंत्री ने बैसाखी पर भव्य आयोजन कर अपनी सरकार द्वारा बनाई गई कोविड गाइड लाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई। जिसके बाद इस आयोजन में शामिल हुए कई साधु-संत अब कोरोना संक्रमित हो गए हैं।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार हरिद्वार में बैसाखी के दिन हुए इस भव्य आयोजन में शामिल हुए पांच लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है। लेकिन इस पूरे मामले को उत्तराखंड में अपना रसूख रखने वाले कैबिनेट मंत्री ने दबा दिया है। जिसके बाद लोगों का कहना हैं कि सरकार में आम आदमी और रसूखदार के लिए अलग अलग कानून हैं। इस लिए तो पहले भी इन कैबिनेट मंत्री पर क्वारंटीन नियमों के उल्लंघन का आरोप लगने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
हरिद्वार कुंभ में बड़ी संख्या में कोरोना केसों के मामले सामने आए हैं। यहां तक कि दो अखाड़े के महामंडलेश्वरों की इसके चलते मौत भी हो गई। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बचे हुए कुंभ को सांकेतिक रखने की अपील की है। कुछ अखाड़ों ने अपनी ओर से कुंभ समाप्ति की घोषणा भी कर दी है. लेकिन इस सबके उलट उत्तराखंड के इन वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री ने बैसाखी पर हरिद्वार में भव्य आयोजन कर कई लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया है। इस बारे में जब हमने उत्तराखंड सरकार के विधायकों से बात करने की कोशिश की तो कोई भी मुंह खोलने को तैयारी नहीं है। दबी जुबान में सभी का यही कहना हैं कि बैसाखी में पर हरिद्वार में हुए इस आयोजन को लेकर सरकार को कोई जानकारी नहीं है, ना ही सरकार का कोई मंत्री इस आयोजन में शामिल था, हां इतना जरूर हैं कि कैबिनेट मंत्री को इस तरह का आयोजन नहीं करना चाहिए था।
उत्तराखंड सरकार के कई विधायकों का कहना हैं कि इस मामले को मुख्यमंत्री जी को गंभीरता से लेना चाहिए। क्योंकि यहा सीधे तौर पर सरकार द्वारा बनाई गई गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाने का मामला है। जिसने कई जिंदगियों को मौत की आगोश में धकेल दिया है।
आपको बता दें कि इससे पहले भी उत्तराखंड सरकार के यह कैबिनेट मंत्री कोरोना संक्रमण फैलाने के चलते चर्चा में रहे थे। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच कई अस्पतालों में बेड के बाद अब मोर्चरी भी फुल होने लगी है। हालत यह है कि मोर्चरी में शव रखने पर तक की जगह नहीं मिल पा रही है। राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ने से स्थिति लगातार भयावह हो रही है। ऐसे में कैबिनेट मंत्री द्वारा इस आयोजन में कोरोना संक्रमित हुए लोगों का जीवन भी खतरे में पड़ गया है।