देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Shri Pushkar Singh Dhami) ने पिछले साल दुनियाभर में रहने वाले उत्तराखंड के मूल निवासियों से किया गया वादा निभाने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री धामी ने पिछले साल देश विदेश में अपने दौरे में विभिन्न मंचों पर प्रवासियों से वादा किया था कि वे उन्हें अपनी जड़ों से जोड़ने के लिए एक ऐसा मंच तैयार करेंगे जिस पर देश विदेश में रहने वाले प्रवासियों को जोड़कर एक मंच प्लेटफार्म पर लाया जाएगा।
इसी वादे की पहली कड़ी के रूप में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को सचिवालय में प्रवासी उत्तराखण्ड प्रकोष्ठ की वेबसाइट www.pravasiuttarakhandi.uk.gov.in का विधिवत शुभारंभ किया। वेबसाइट के माध्यम से प्रवासियों को राज्य सरकार की विभिन्न नीतियों, कार्यक्रमों एवं गतिविधियों की जानकारी प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि 7 नवम्बर 2024 को प्रस्तावित प्रवासी उत्तराखण्ड दिवस के अवसर पर देहरादून में देश के विभिन्न प्रदेशों में रह रहे प्रवासियों को आमंत्रित कर भव्य सम्मेलन आयोजित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि उत्तराखण्ड के प्रवासियों का राज्य के विकास के लिए सहयोग लिया जाए और उनको अपनी मातृभूमि से जुड़ाव के लिए उन्हें हर संभव सहयोग किया जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि विदेशों में रह रहे प्रवासी उत्तराखण्डियों को भी आमंत्रित कर राज्य में जल्द एक बड़ा सम्मेलन आयोजित किया जाए। विदेशों में रह रहे सभी प्रवासी उत्तराखण्डियों का डाटाबेस अपडेट रखा जाए। उन्होंने कहा कि विदेश भ्रमणों के दौरान हमारे प्रवासी भाई-बहनों द्वारा जिस तरह भव्य रूप से स्वागत किया जाता है, इससे उनका अपनी पैतृक भूमि से लगाव और अपनी संस्कृति से जुड़ाव स्पष्ट परिलक्षित होता है। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, डा. बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम, श्री दीपेन्द्र चौधरी, श्री एस.एन.पाण्डेय, महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी, निदेशक आईटीडीए श्रीमती नीतिका खण्डेलवाल, प्रवासी उत्तराखण्ड प्रकोष्ठ के सदस्य श्री सुधीर चन्द्र नौटियाल एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
सामाजिक कार्यकर्ता मनोज भट्ट ने किया सरकार की पहल का स्वागत
बता दें कि दुनियाभर में रह रहे लाखों प्रवासी उत्तराखंडियों को अपनी मूल जड़ों से जोड़ने और राज्य के विकास की गतिविधियों में प्रवासियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एक प्रवासी उत्तराखण्ड प्रकोष्ठ गठित करने के लिए युवा उद्यमी, सामाजिक कार्यकर्ता और मुंबई कौथिग के संयोजक श्री मनोज भट्ट लगातार उत्तराखंड सरकार से संवाद कर रहे थे। परिणामस्वरूप सरकार इस दिशा में आगे बढ़ गई है और माना जा रहा है कि वेबसाइट के रूप में तैयार किए गए इस प्लेटफार्म के बाद सरकार प्रवासियों का एक प्रकोष्ठ भी गठित कर देशभर के प्रवासियों को इसमें शामिल करेगी। उत्तराखंड सरकार की इस पहल का सामाजिक कार्यकर्ता मनोज भट्ट ने स्वागत किया है। मनोज भट्ट ने कहा कि राज्य निर्माण के २४ साल बाद यह पहली बार है कि मुख्यमंत्री धामी जी ने उत्तराखंड के प्रवासियों को अपनी मूल जड़ों से जोड़ने की पहल की है। इससे निश्चित रूप से सरकार और प्रवासी एक मंच पर आकर राज्य के विकास के लिए अपना योगदान दे सकेंगे।