चमोली। उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से इस आपदा में कई लोगों के लापता होने और कई लोगों के मारे जाने की सूचना मिल रही है।
इस संकट के समय में हंस फाउंडेशन के संस्थापक माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज ने चमोली जिले की त्रासदी पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि हंस फाउंडेशन इस संकट के समय में राज्य की जनता और सरकार के साथ खड़ा है।
माताश्री मंगला जी ने अपने संदेश में कहा है कि 07 फरवरी (रविवार) को चमोली प्राकृतिक आपदा में मारे गये लोगों एवं आपदा से प्रभावित परिवारों के प्रति हम अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। संकट की इस घड़ी में समस्त द हंस फाउन्डेशन परिवार उत्तराखंड वासियों एवं प्रदेश सरकार के साथ हर संभव मदद पहुँचाने के लिये तत्पर है। यह प्राकृतिक आपदा बहुत ही दुःखद है। इस त्रासदी में जिन लोगों की जानें गईं हैं।
माता मंगला जी ने कहा है यह समय हमारे लिए बहुत कठिन समय है। लेकिन हम सब मिलकर इस कठिन समय से जल्द निकल जाएंगे। माताश्री जी ने कहा है कि हम राज्य की जनता को विश्वास देलाते है कि हंस फाउंडेशन हमेशा हर दुःख-सुख में आपके साथ खड़ा है। आप किसी भी तरह से घबराएं नहीं और अपने घरों में सुरिक्षत रहे। हम चमोली में ग्लेशियर टूटने से मुसीबत में फंसे लोगों की हर संभव मदद करेंगे।
हंस फाउंडेशन के चमोली में ग्लेशियर टूटने से मुसीबत में फंसे लोगों की हर संभव मदद करने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत धन्यवाद किया है।
आपको बता दें कि 7 फरवरी 2021 को चमोली जिले के रैनी गांव के समीप एक विशाल हिमखंड टूट कर पहाड़ों से दरकता हुआ धौली गंगा व ऋषि गंगा में समा गया। इससे आई बाढ़ के कारण ऋषि गंगा पर 13 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना और तपोवन में 500 मेगावाट की निर्माणाधीन तपोवन-विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना को भारी नुकसान पहुंचा।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, मुख्यमंत्री उसी समय घटनास्थल के लिए रवाना हुए थे। चमोली पहुंच कर उन्होंने डीएम और एसपी के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। साथ ही मुख्यमंत्री रावत ने लोगों से अपील की कि इस संकट के समय में किसी भी तरह से डरने व घबराएं की आवश्यकता नहीं है। सरकार हर तरह से आपके साथ है।