गोविंद आर्य
घनसाली। भारतीय जनता पार्टी ने घनसाली से आनंद सिंह बिष्ट को नगर पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाकर उनके द्वारा पार्टी के लिए की गई अथक मेहनत का तोहफा दे दिया है। पिछले एक दशक के चुनाव में घनसाली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को प्रचण्ड जीत दिलाने में आनंद सिंह बिष्ट का बड़ा योगदान रहा है। आनंद बिष्ट हारी बाजी को जीत में बदलने वाले नेता के रूप में जाना जाता है।
गढ़वाल विश्वविद्यालय से एम. कॉम की पढ़ाई कर राजनीति में आने वाले बिष्ट 1996 में भारतीय जनता पार्टी के साथ सक्रिय राजनीति में जुड़े थे। इसके बाद मंडल महामंत्री, जिला महामंत्री भाजपा किसान मोर्चा, मंडल उपाध्यक्ष घनसाली, मंडल महामंत्री घनसाली, दो बार मंडल अध्यक्ष घनसाली और 2019 से 2022 तक जिला उपाध्यक्ष भाजपा टिहरी गढवाल का दायित्व निर्वहन कर चुके हैं। श्री आनंद बिष्ट घनसाली विधानसभा क्षेत्र के ऐसे भाजपा नेता हैं, जिन्होंने लगातार पिछले दो लोकसभा चुनाव और दो विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड की सबसे कमजोर सीट मानी जानी वाली टिहरी लोकसभा सीट पर घनसाली विधानसभा सीट से दोनों प्रत्याशियों को चुनाव जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
2017 का चुनाव घनसाली विधानसभा से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नाम पर विधायक शक्तिलाल शाह जरूर जीते थे। लेकिन क्षेत्र में कोई उल्लेखनीय काम नहीं करने के कारण वर्ष 2022 के चुनाव से पहले ही क्षेत्र में विधायक शक्तिलाल शाह के खिलाफ हर जगह भारी विरोध के स्वर उठने लगे थे। कई मौकों पर विधायक शक्तिलाल शाह के खिलाफ लोग उनके सामने ही नारेबाजी पर उतर आए थे। ऐसे में 2022 के विधानसभा चुनाव में शक्तिलाल शाह जी को टिकट पाने के लिए एडी-चोटी का बल लगाना पड़ा था। पार्टी के सर्वे में भी घनसाली की सीट सबसे कमजोर मानी गई थी।
सूत्रों के मुताबिक तब पार्टी के आलाकमान को आनंद सिंह बिष्ट ने ही आश्वासन दिया था कि वे घनसाली की सीट भाजपा के हाथों से फिसलने नहीं देंगे। इसी आश्वासन पर शक्तिलाल शाह जी को दोबारा टिकट दिलाकर आनंद सिंह बिष्ट जी ने घनसाली की राजनीति में अपनी दमदार मौजूदगी का परिचय कराया था। घनसाली क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने से भारी आक्रोश के बाद भी आनंद सिंह बिष्ट ने संयोजक की भूमिका निभाकर शक्तिलाल शाह को जिता कर दूसरी बार विधानसभा में भेजा था। इसी तरह हाल के लोकसभा चुनाव में टिहरी की सांसद के खिलाफ जनता में भारी नाराजगी के बावजूद घनसाली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को बढ़त दिलाकर टिहरी संसदीय सीट भाजपा की झोली में डाली थी। जनपद के राजनीतिक जानकारों के मुताबिक कम बोल कर पार्टी के लिए जमीन पर बड़ा काम करने वाले आनंद बिष्ट को टिकट देकर जहां पार्टी में उनकी निष्ठा और मेहनत पर मुहर लगाई है, वहीं कांग्रेस के लिए घनसाली की राह कठिन कर दी है।