देहरादून। किसानों की खुशहाली से ही राज्य की खुशहाली का रास्ता निकलता है। किसानों की आय को दोगुना करने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। ऐसे ही प्रयासों के तहत हर्बल खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। हर्बल उत्पादों की देश-विदेश में बड़ी मांग है। परम्परागत खेती की तुलना में इसमें प्रति हैक्टेयर रिटर्न कई गुना अधिक होता है।
जनपद टिहरी के मुख्यतः विकासखंड नरेंद्रनगर, जाखणीधार एवं कीर्तिनगर के 34 ग्राम पंचायतों में 40 स्वयं सहायता समूहों द्वारा बरसों से बंजर पड़े खेतों में मनरेगा के अंतर्गत रोज़मैरी और डंडेलियोन का पौधरोपण वर्ष 2017-18 में 2 है0 से आरम्भ किया गया। वर्तमान तक पौधरोपण कुल 39 है0 में किया जा रहा है और इस वर्ष इसे 51 है0 कर लिया जाएगा। इससे प्रति है0 लगभग ₹14.50 लाख का उत्पादन होगा। साथ ही कुछ कंपनियों के साथ बाय-बैक एग्रीमेंट करवाया गया है।