देहरादून. बुधवार को उत्तराखंड क्रांति दल ने वर्तमान केंद्रीय महिला अध्यक्ष प्रमिला रावत के नेतृत्व में राज्य में शराबबंदी की मांग को लेकर आबकारी आयुक्त कार्यालय में उग्र प्रदर्शन किया.
इस दौरान प्रमिला रावत ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के जन्म स्थान गुजरात में शराबबंदी लागू है. जबकि हमारी देवभूमि में बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री जैसे पवित्र धाम विद्यमान हैं, इसलिए यहां भी शराबबंदी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भगवान के दर्शनों के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु चार धाम की यात्रा पर आते हैं, किंतु उत्तराखंड में शराब बंदी नहीं होने के कारण एक तरफ यहां का नौजवान नशे की लत में चला जा रहा है, वहीं श्रद्धालुओं की आस्था पर भी चोट पहुंच रही है.
उत्तराखंड क्रांति दल ने कहा कि हम शराबबंदी कर प्रदेश में तीर्थाटन के माध्यम से भी राजस्व वसूल कर सकते हैं. जहां एक और शराबबंदी ना होने के कारण यह महकमा भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है, वहीं शराब माफिया भी उत्तराखंड में सक्रिय हैं.
इस दौरान कार्यकारी जिला अध्यक्ष किरन रावत कश्यप द्वारा घोर आपत्ति करते हुए निम्नलिखित मांगें की गई.
- प्रदेश में पूर्णता शराबबंदी कर दी जाए.
- आबकारी विभाग में कार्यरत सभी अधिकारियों की संपत्ति का विवरण सार्वजनिक किया जाए एवं शासन द्वारा इनसे संपत्ति के विवरण उजागर करने वाले प्रावधान पर शपथ पत्र लिए जाएं.
- राज्य में शराबबंदी का प्रस्ताव एवं कर्मचारियों का समायोजन का प्रस्ताव तैयार कराने के लिए शासन स्तर पर कमेटी का गठन किया जाए.
माननीय प्रधानमंत्री जी को शराबबंदी का प्रस्ताव बनाकर राजस्व घाटे के लिए कुछ वर्षों के लिए राज्य को अतिरिक्त आर्थिक पैकेज के लिए प्रस्ताव और निवेदन किया जा सकता है. उक्त मांगों सहित उत्तराखंड में पूर्णता शराबबंदी लागू करने की मांग की गई है.
प्रदर्शन में मीनाक्षी सिंह, गीता बिष्ट, कमला तोमर, पुष्पा गोसाई, विमला, सुनीता, सर्वेश्वर बिष्ट, लक्ष्मी राणा, रीना, सुलोचना इशवाल, सरोज मेहर, शांति, नीलम रावत, पूजा, सरोज कश्यप, मिथिलेश चौहान, वंदना दास, ईशा शर्मा, निवर्तमान कार्यकारी केंद्रीय अध्यक्ष आनंद प्रकाश जुयाल, निवर्तमान केंद्रीय महामंत्री जय प्रकाश उपाध्याय, जिला अध्यक्ष देहरादून दीपक रावत, अशोक नेगी, जितेंद्र, विवेक, सुमित डंगवाल, अनिल डोभाल सचिन ललित आदि उपस्थित थे.