टिहरी। विगत दिनों तहसील बालगंगा एवं घनसाली के थाती, बूढ़ाकेदार, तोली, तिनगढ़, जखाणा, घुत्तू, गेंवाली, जखन्याली, कोट, विशन आदि में अतिवृष्टि/बादल फटने से सड़कों, सिंचाई नहरों, पेयजल लाइनों, विद्युत लाइनों, पुलिया, कृषि भूमि आदि को काफी नुकसान पहुंचा।
जिला प्रशासन के समस्त संबंधित विभागों द्वारा पुर्ननिर्माण कार्य, भूगर्भीय निरीक्षण, क्षति आंकलन एवं सुरक्षात्मक कार्य प्रगति पर किए जा रहे हैं।
भूवैज्ञानिक टीम द्वारा आपदाग्रस्त क्षेत्रों में निरीक्षण का कार्य जारी है। टीम द्वारा आज मंगलवार को कैलबागी, नगर कोटियाड़ा, मेण्डू सिंदवाल गांव, भाट गांव आदि का भूगर्भीय निरीक्षण किया गया। टीम द्वारा विश्लेषण उपरांत आख्या तैयार कर उपलब्ध कराई जाएगी।
निर्माण शाखा उत्तराखण्ड पेयजल निगम घनसाली द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर अवगत कराया गया कि विकासखण्ड भिलंगना के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में 14 पेयजल योजनाएं जखन्याली क्षेत्र में 13 पेयजल योजनाएं एवं घुत्तु क्षेत्र में 22 पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। बूढ़ाकेदार क्षेत्र एवं जखन्याली क्षेत्र की समस्त क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं में जलापूर्ति अस्थाई रूप से चालू कर दी गई है। योजनाओं के स्थायी मरम्मत कार्यों हेतु प्राक्कलन दैवीय आपदा मद में गठित कर भेज दिये गए हैं। घुत्तू क्षेत्र में क्षतिगस्त 22 पेयजल योजनाओं में से 21 योजनाओं में पेयजल आपूर्ति अस्थाई रूप से चालू कर दी गई है। अवशेष एक योजना के सुचारीकरण तथा योजनाओं के स्थाई मरम्मत हेतु प्राक्कलन की कार्यवाही गतिमान है।
अधिशासी अभियन्ता विद्युत अमित आनन्द ने बताया कि ग्राम रीह में क्षतिग्रस्त विद्युत लाइन का पुर्ननिर्माण का कार्य पूरा कर विद्युत आपूर्ति सुचारू कर दी गई है। अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग घनसाली दिनेश नौटियाल ने बताया कि घनसाली घुत्तू रोड़ गैबियन का कार्य सड़क स्तर तक पूरा हो गया है। अधिशासी अभियन्ता पीएमजीएसवाई-1 पवन कुमार ने बताया कि बूढ़ाकेदार पिंसवाड़ मार्ग किमी 8.5 जाला पुल एवं मेण्डू सिंदवाल मोटर मार्ग का कार्य प्रगति पर है। जिला विकास अधिकारी मो. असलम ने बताया कि घुत्तू क्षेत्र के रानीढांग में मनरेगा आंतरिक सम्पर्क मार्ग बहाल कर दिया गया है, जबकि ग्राम पंचायत जोगियाड़ा एवं महरगांव में मनरेगा के तहत कार्य प्रगति पर हैं।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने आशुतोष जोशी ने बताया कि तिनगढ़ और जखन्याली में आज तक 08 पशुहानि के प्रमाण पत्र तथा 46 पशुपालकों को 24 किलोग्राम कॉम्पेक्ट फीड ब्लॉक चारा वितरित किया गया है। आपदा से गौशालाओं में दबे पशुओं को निकालने का कार्य जारी है तथा पशुजन्य संक्रामक रोगों की रोकथाम हेतु ऐसे स्थानों पर ब्लीचिंक पाउडर एवं फिनायल का छिड़काव कराया जा रहा है।
जिला पूर्ति अधिकारी मनोज डोभाल ने बताया कि इण्टर कालेज घुत्तू में आपदा प्रभावित परिवारों हेतु किंचन संचालित की जा रही है एवं प्रतिदिन सुबह का नाश्ता तथा दिन एवं रात का भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। मांग के अनुसार 250 फूट किट (प्रत्येक किट में 16 कि.ग्रा. के लगभग चावल, दाल, नमक, मसाला, तेल. चीनी आदि) तहसील प्रशासन को उपलब्ध कराये गये है। कुछ प्रभावित क्षेत्रों में माह सितम्बर तक का पी.डी.एस. का राशन उपलब्ध करा दिया गया है।
जिला उद्यान अधिकारी ने चंदन बिष्ट ने बताया कि प्रभावित ग्रामों में क्षतिग्रस्त हुये पॉलीहाउस निर्माण हेतु इच्छुक कृषकों से आवेदन पत्र तथा फलदार पौधों की क्षति पूर्ति हेतु प्रभावित कृषकों से वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु फलपौध के मांगपत्र लिये जा रहे हैं।