प्रतापनगर/घनसाली. उत्तराखंड में कोरोना की मार के बीच प्रकृति का मिजाज भी बदला हुआ है. यहां गर्मियों के मौसम में भी रोज बारिश और ओलावृष्टि ने जनजीवन के साथ ही खड़ी फसलों पर असर डाला है. आज प्रतापनगर व घनसाली क्षेत्र में जबरदस्त आंधी, तूफान और ओलावृष्टि हुई है. खबर लिखे जाने तक भारी बारिश जारी थी. प्रतापनगर से श्री चंद्रशेखर पैन्यूली जी ने सूचना दी कि यहां पूरे क्षेत्र में आज बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान हो गया है. पहाड़ी क्षेत्रों में इस ओलावृष्टि से गेंहू, सरसों आदि की फसल बर्बाद हो गई है. ठीक इसी तरह घनसाली क्षेत्र के गांवों में भी लगभग दोपहर बाद 4 बजे के बाद हुई भारी ओलावृष्टि व तूफानी बारिश हुई जिससे यहां भी खड़ी फसलों को नुकसान और फलदार वृक्षों से फूल झड़ गए हैं.
कल बारिश ने दशोली ब्लाक के ग्रामसभा घुडंसाल में मचाई थी तबाही
इस साल उत्तराखंड में गर्मियों के मौसम में भी लगातार बारिश हो रही है असमय ओलावृष्टि व वारिश से किसान बेहद निराश हैं. ठीक इसी तरह दशोली ब्लाक के ग्रामसभा घुडंसाल में कल बारिश ने भारी तबाही मचाई थी. बारिश से कई गोशालाओं में पानी घुस गया था और ओले गिरने से गेंहू की फसल को भारी नुकसान हुआ. चमोली जिले में लगातार भारी बारिश के चलते काश्तकारों को गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है. यहां मूसलाधार बारिश होने के चलते विभिन्न क्षेत्रों में गदेरे उफान पर आ गए. लोगों का कहना है कि अप्रैल-मई माह में इस तरह की बारिश नहीं होती है. चमोली जिला आपदा की दृष्टिकोण से सबसे संवेदनशील दिनों में है. मई महीने में ही मूसलाधार बारिश से लोग डरे हुए हैं.