मुंबई। मुंबई में पिछले 15 साल से आयोजित होने वाला मुंबई कौथिग अब दो अलग-अलग संस्थाओं के बैनर पर नहीं, बल्कि एक होने सम्भावना बढ़ गई है। कौथिग फाउंडेशन के बैनर पर होने वाला मुंबई कौथिग आयोजन से जुड़े लोगों और ट्रस्टियों के आंतरिक विवाद से दो गुटों में बंट गया था।
इसके चलते जहां वर्ष 2024 का कौथिग एक गुट ने देवभूमि स्पोर्ट्स फाउंडेशन के बैनर तले किया था, वहीं दूसरे गुट ने हमारे प्रहरी संस्था के बैनर पर कौथिग किया था। इस वर्ष भी कौथिग 2025 के आयोजन के लिए दोनों गुट अपनी-अपनी तैयारी में जुटे हैं। एक गुट का कौथिग रामलीला मैदान में 22 जनवरी से 26 जनवरी तक होना है, वहीं दूसरे समूह का कौथिग 31 जनवरी से 9 फरवरी तक झाँसी चा राणी मैदान सानपाड़ा में होना है। अपने निमंत्रण पत्र बांटने के लिए दोनों गुट के आयोजक इन दिनों देहरादून में हैं।
इस बीच, बुधवार को एक गुट के मुख्य संयोजक श्री मनोज भट्ट ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें उन्होंने लिखा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी के निर्देश पर इस सम्बंध में एक महत्वपूर्ण बैठक मुख्यमंत्री जी के सचिव की मौजूदगी में देहरादून में हुई है। इस बैठक में मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर सचिव के. के. मदान जी, मोहन जोशी जी और देवेंद्र बिष्ट जी ने दोनों पक्षों से कहा कि मुंबई में दो अलग-अलग नहीं, बल्कि एक ही कौथिग आयोजित होना चाहिए। इसमें राज्य सरकार भी हर सम्भव मदद करेगी।
श्री भट्ट ने लिखा कि सरकार की ओर से कहा गया है कि इस साल जो भी कार्यक्रम तय हुये हैं दोनों भले अलग-अलग कर लें, लेकिन अगली बार से मात्र एक कार्यक्रम को ही सरकार मदद करेगी। श्री मनोज भट्ट ने लिखा कि मुख्यमंत्री के सचिव ने यह भी जानकारी बैठक में दी कि इस बार के कार्यक्रम के लिए दोनों संस्थाओं को मदद करने का निर्देश दिया गया है।
देवभूमि स्पोर्ट्स फाउंडेशन के बैनर पर आयोजित होने वाले कौथिग के मुख्य संयोजक ने मुंबई कौथिग को एक प्लेटफार्म पर करने की पहल के लिए मुख्यमंत्री धामी जी का आभार जताया है। इस पोस्ट के साथ श्री मनोज भट्ट ने कौथिग फाउंडेशन के संस्थापक महासचिव श्री केशरसिंह बिष्ट जी के साथ एक तस्वीर भी साझा की है। इस तस्वीर के बाद अब उत्तराखंड समाज के सामाजिक प्रतिनिधियों द्वारा किये जा रहे एक कौथिग की उम्मीद बढ़ गई है। इस सम्बंध में हमारे प्रहरी के बैनर पर कौथिग आयोजन समिति के संयोजक श्री केशरसिंह बिष्ट जी से भी प्रतिक्रिया जानने के लिए संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने मैसेज का कोई उत्तर नहीं दिया।
बता दें कि मुंबई कौथिग के पिछले आयोजनों को कानूनी दायरों के पालन नहीं करने के कारण यह मामला धर्मदाय आयुक्त के दरबार में विचाराधीन है। यहां कौथिग फाउंडेशन के सेटलर /ट्रस्टी श्री हीरा सिंह भाकुनी जी और कौथिग फाउंडेशन के ट्रस्टी और कार्याध्यक्ष सुशील कुमार जोशी संस्था के कामकाज को नियमों के मुताबिक चलाने की मांग कर रहे हैं।
क्रमशः