• About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
UK Khabar
  • होम
  • देश
  • मुंबई
    • सामाजिक संस्थाएं
  • उत्तराखंड
    • देहरादून
    • नैनीताल
    • हरिद्वार
    • अल्मोड़ा
    • चम्पावत
    • बागेश्वर
    • पिथौरागढ़
    • उधम सिंह नगर
    • पौड़ी गढ़वाल
    • टिहरी गढ़वाल
    • उत्तरकाशी
    • रुद्रप्रयाग
    • चमोली
  • अन्य राज्य
  • राजनीति
  • मनोरंजन
    • कला/संस्कृति
    • त्यौहार
    • धर्म
  • खेल
  • कारोबार
  • पर्यटन
  • जीवन शैली
    • मोबाइल/टेक्नो
    • घर-अशियाना
    • स्वास्थ्य फिटनेस
    • रसोई
    • विवाह
  • वायरल
  • गैलरी
    • फ़ोटो गैलरी
      • वीडियो गैलरी
  • शख्सियत
  • कैरियर
No Result
View All Result
  • होम
  • देश
  • मुंबई
    • सामाजिक संस्थाएं
  • उत्तराखंड
    • देहरादून
    • नैनीताल
    • हरिद्वार
    • अल्मोड़ा
    • चम्पावत
    • बागेश्वर
    • पिथौरागढ़
    • उधम सिंह नगर
    • पौड़ी गढ़वाल
    • टिहरी गढ़वाल
    • उत्तरकाशी
    • रुद्रप्रयाग
    • चमोली
  • अन्य राज्य
  • राजनीति
  • मनोरंजन
    • कला/संस्कृति
    • त्यौहार
    • धर्म
  • खेल
  • कारोबार
  • पर्यटन
  • जीवन शैली
    • मोबाइल/टेक्नो
    • घर-अशियाना
    • स्वास्थ्य फिटनेस
    • रसोई
    • विवाह
  • वायरल
  • गैलरी
    • फ़ोटो गैलरी
      • वीडियो गैलरी
  • शख्सियत
  • कैरियर
No Result
View All Result
UK Khabar
No Result
View All Result
Home मनोरंजन

देश भर में सफलता के बाद मुंबई पहुंची मेरु गौं

ज्वलंत सवाल : 20 वर्ष बनाम अपने वजूद के लिये संघर्ष करता 'मेरु गौं'

uk khabar by uk khabar
16th March 2023
in मनोरंजन
0 0
0
देश भर में सफलता के बाद मुंबई पहुंची मेरु गौं
0
SHARES
271
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on WhatsAppPin it on PinterestShare on Telegram

मुंबई. सुप्रसिद्ध रंगकर्मी और फिल्म निर्माता श्री राकेश गौड़ निर्मित और श्री अनुज जोशी निर्देशित गढ़वाली फिल्म ‘मेरु गौं’ देश भर में सफलता के परचम लहराने के बाद कल शुक्रवार, 17 मार्च 2023 को मुंबई के उपनगर ठाणे (महाराष्ट्र) के विवियाना मॉल में दोपहर 2. 30 प्रदर्शित होने जा रही है. इस फ़िल्म के टिकट माय शो पे पर भी उपलब्ध हैं।

हिंदी के लोकप्रिय टीवी सीरियल ‘कसौटी जिंदगी की’ के लगभग 50 एपेसोड का निर्देशन करने वाले निर्देशक अनुज जोशी जी द्वारा निर्देशित ‘मेरु गौं’ फिल्म को देशभर में उत्तराखंड के दर्शकों का जबरदस्त प्रतिसाद मिला है, वहीं उत्तराखंड से जुड़े कई मसलों पर भी फ़िल्म ने लोगों का ध्यान आकृष्ट करने का सार्थक प्रयास किया है.

पढ़ें इस फिल्म पर वरिष्ठ पत्रकार श्री एल. मोहन लखेड़ा जी का समीक्षात्मक लेख-

‘मेरू गौं’ आज भी अपने वजूद के लिये संघर्ष कर रहा, राज्य बना सरकारें सत्तासीन हुई पर ‘मेरू गौं ‘ गमगीन पीड़ा में धंसता चला गया, आखिर क्यों…? प्रश्न आज भी चोट कर रहा है नीति नियंताओं पर..! क्या इन 20 वर्षों में पहाड़ी की पीड़ा कम हुई, बस इसी आयने को दिखाने का एक सार्थक प्रयास है ‘मेरू गौं’

ADVERTISEMENT

आखिर ‘मेरू गौं’ क्यों..?

2 दिसंबर 2022 से दून के सिल्वर सिटी में चल रही ‘गंगोत्री फिल्मस’ के बैनर पर सुप्रसिद्ध रंगकर्मी और फिल्म निर्माता राकेश गौड़ की नई फिल्म ‘मेरु गौं’ ने उत्तराखण्ड के समसामयिक सवालों को उठाने की दिशा में महत्वपूर्ण काम किया है, लगातार गढ़वाली दर्शकों में अपनी पकड़ बना रही यह फिल्म ऐसे समय पर रिलीज हुई जब देश में आजादी के 75 साल पूरे होने पर ‘अमृत महोत्सव’ मनाया जा रहा है, उत्तराखंड राज्य को बने भी दो दशक से अधिक हो गये हैं, क्या इन दोनों कालखंडों का महत्व और इस फिल्म का संदर्भ यह है कि आजादी के आंदोलन में उत्तराखंड के क्षेत्रीय सवाल राष्ट्रीय आंदोलन से जुड़े लोगों ने जल, जंगल और जमीन पर अंग्रेज़ी जनविरोधी कानूनों से मुक्ति आजादी के साथ देखी, उन्हें लगता था कि देश आजाद होगा तो वह अपनी तरह की नीतियां बनाकर खुशहाल हो सकते हैं. लेकिन आजादी के कई दशकों बाद भी उनकी आंकाक्षाएं मूर्तरूप नहीं ले पाई. तब पर्वतीय क्षेत्र के आठ जिलों में रहने वाले लोगों को लगा कि उत्तर प्रदेश में रहकर उनके साथ भेदभाव हो रहा है. उन्हें लगा कि जब अपना पृथक पर्वतीय प्रदेश होगा तों हम स्थानीय संसाधनों को सही उपयोग कर नीतियां बनायेंगे और हमारे दिन बहुरेंगे, पर सवाल आज भी खड़ा है कि क्या पहाड़ के सही नियोजन कर गांवों की तरक्की कर पाये.

चार दशकों के आंदोलन और 42 शहादतों के बाद राज्य मिल गया. अब दो दशक से अधिक का समय बीत गया. समस्यायें वहीं खड़ी हैं, जहां से राज्य की मांग शुरू हुई थी. उत्तराखंड के लोगों की इन्हीं आकांक्षाओं और टूटते सपनों को बहुत तरीके से ‘मेरु गौं’ में रखा गया है. कहानी, विषयवस्तु, गीत-संगीत, अभिनय, फिल्मांकन, तकनीक की दृष्टि से यह फिल्म एक उम्मीद जगाती है कि उन विषयों पर अच्छी रचनात्मक फिल्में बनाई जा सकती हैं जिन्हें ‘मार्केट’ के डर से लोग हाथ लगाने से हिचकिचाते हैं या इस मुहावरे को तोड़ने की कोशिश नहीं करते, जिसमें कहा जाता है ‘लोग ऐसा ही देखना चाहते हैं. निर्माता राकेश गौड़ और निर्देशक अनुज जोशी ऐसा कर पायें हैं, जिसके लिये वे बधाई के पात्र हैं.

उल्लेखनीय है कि रोकश गौड़ ने कई चर्चित फिल्मों का निर्माण किया है. गौड़ जाने-माने रंगकर्मी हैं. जमीन से जुड़े रहने के कारण बहुत संवेदनशील भी. उनके साथ निर्देशक अनुज जोशी फिल्म के तमाम प्रारूपों की गहरी समझ रखते हैं. उन्होंने कई हिन्दी फिल्मों का सह-निर्देशन किया है. चर्चित टीवी सीरियल ‘कसौटी जिंदगी की’ के लगभग पचास एपेसोड का निर्देशन किया है. उन्होंने पहाड़ के विषयों का गहनता से अध्ययन किया है. उनकी विषय, स्क्रिप्ट, कैमरे, एडिटिंग आदि पर गहरी पकड़ है. इससे पहले वे कई गढ़वाली फिल्मों का निर्माण कर चुके हैं. इनमें उत्तराखंड राज्य आंदोलन पर बनी चर्चित फिल्म ‘तेरी सौं’ है. ‘मेरु गौं’ की कहानी, स्क्रिप्ट और संवाद भी अनुज जोशी ने ही लिखे हैं.

गढवाली फिल्म ‘मेरु गौं’ इन दोनों की समझ और पहाड़ के विषयों को आमजन तक पहुंचाने की मंशा का प्रतिफल है. ‘मेरु गौं’ में उत्तराखंड राज्य बनने के बाद लोगों की आकांक्षाओं पर हुए तुषारापात, नीति-नियंताओं की दृष्टि के अभाव में उपजी निराशा, इनके कारणों और मौजूदा सवालों को बहुत तरीके से संबोधित किया गया है। राज्य बनने के बाद पलायन, रोजगार, परिसीमन, राजधानी, स्थानीय संसाधनों पर अधिकार और विकास की नई परिभाषा से लुटते पहाड़ पर अलग-अलग तरीके से बातचीत की गई है. सबसे अच्छी बात यह है कि इन सब मुद्दों पर भावनात्मक तरीके से नहीं, बल्कि नीतिगत पहलुओं से समझने की कोशिश की है.

पहाड़ की पीड़ा :

एक गांव की पीड़ा और उसके इर्द-गिर्द ही घूमती इस कहानी में उन सभी पात्रों को शामिल किया किया गया है जो एक ग्रामीण, शिक्षक, प्रवासी, स्थानीय स्तर पर अलग-अलग पार्टियों का प्रतिनिधित्व या समर्थन करने वाले हैं। स्वभाविक रूप से उनके विचार भी अलग हैं, फिल्म में उन जिम्मेदार तत्वों को भी इंगित करने की कोशिश है जो किसी न किसी बहाने इन मुद्दों को हाशिए में धकेलते रहे हैं. यह कम साहस का काम नहीं है कि जहां फिल्म निर्माता ऐसी मसालेदार स्टोरी ढूंढने में लगे रहते हैं, जिनसे उनकी फिल्म चल निकले. वहीं परिसीमन जैसे महत्वपूर्ण एवं फिल्म की दृष्टि से नीरस विषय पर जोखिम उठाना प्रशंसनीय है. यह मुद्दा इसलिये भी महत्वपूर्ण है क्योंकि 2026 के बाद होने वाले परिसीमन से उत्तराखंड का राजनीतिक भूगोल पूरी तरह बदलने वाला है. अच्छी कहानी, प्रभावी संवाद, भावपूर्ण अभिनय, आकर्षक फिल्मांकन, ठोस तकनीक, कुशल निर्देशन, अर्थपूर्ण गीत और कर्णप्रिय संगीत लोगों को बांधने में सफल रहा.

उत्तराखंड के सभी जान-पहचाने कलाकारों से सुसज्जित पूरी फिल्म लोगों को पसंद आ रही. बधाई के पात्र हैं अनुज जोशी, राकेश गौड़, मदन डुकलान, गोकुल पंवार, गंभीर ज्याड़ा, सुमन गौड़, अभिषेक मैंदोला और फिल्म में अपना साकार योगदान देने वाले सभी कलाकार.
इसके साथ एक अपील भी, ‘मेरू गौं’ गढ़वाली फिल्म अवश्य देंखे और विचार करें आखिर क्यों…? जरूरत महसूस हुई फिल्म बनाने की.

ADVERTISEMENT
Previous Post

सार्थक सेमवाल ने किया टिहरी जिले का नाम रोशन

Next Post

31 मार्च से धूम मचाएगा उत्तराखंड प्रो लीग : डी.बी. चंद

uk khabar

uk khabar

Next Post
31 मार्च से धूम मचाएगा उत्तराखंड प्रो लीग : डी.बी. चंद

31 मार्च से धूम मचाएगा उत्तराखंड प्रो लीग : डी.बी. चंद

website designer in navi mumbaiwebsite designer in navi mumbaiwebsite designer in navi mumbai
  • Trending
  • Comments
  • Latest
टिहरी जनपद ब्लॉक प्रमुख नामांकन: भिलंगना में राजेंद्र बिष्ट ने बढ़ाई राजीव कंडारी की टेंशन

टिहरी जनपद ब्लॉक प्रमुख नामांकन: भिलंगना में राजेंद्र बिष्ट ने बढ़ाई राजीव कंडारी की टेंशन

11th August 2025
प्रतापनगर ब्लॉक में प्रधान संगठन का चुनाव कल

भिलंगना ब्लॉक में 16 टेबलों पर गिने जाएंगे वोट

29th July 2025
हड़बड़ी में न करें वोट का नुकसान, क्षेत्र पंचायत के लिए नीले रंग,  जिला पंचायत- गुलाबी रंग और  ग्राम प्रधान के लिए हरे रंग के मतपत्र पर करना है मतदान

हड़बड़ी में न करें वोट का नुकसान, क्षेत्र पंचायत के लिए नीले रंग,  जिला पंचायत- गुलाबी रंग और ग्राम प्रधान के लिए हरे रंग के मतपत्र पर करना है मतदान

23rd July 2025
लैंणी गाड का पुल के स्लैब पुनर्निर्माण के लिये 45 दिन रहेगा बंद, अखोडी के रास्ते करें गलदा, मथकुड़ी की आवाजाही

लैंणी गाड का पुल के स्लैब पुनर्निर्माण के लिये 45 दिन रहेगा बंद, अखोडी के रास्ते करें गलदा, मथकुड़ी की आवाजाही

1st August 2025
चमियाला के इंटर कॉलेज में विद्यार्थियों को सिखाये गए आपदा में बचाव के गुर

चमियाला के इंटर कॉलेज में विद्यार्थियों को सिखाये गए आपदा में बचाव के गुर

21st August 2025
बीज बचाओ आंदोलन के प्रणेता विजय जड़धारी जी इंद्रमणि बडोनी सम्मान 2025 से सम्मानित

बीज बचाओ आंदोलन के प्रणेता विजय जड़धारी जी इंद्रमणि बडोनी सम्मान 2025 से सम्मानित

19th August 2025
बर्ड फ्लू से सतर्कता, यूपी से आनेवाले कुकुट उत्पाद पर रोक

बर्ड फ्लू से सतर्कता, यूपी से आनेवाले कुकुट उत्पाद पर रोक

15th August 2025
उत्तराखंड में 1 लाख 63 हज़ार से अधिक बहनें लखपति बन चुकी हैं :धामी

उत्तराखंड में 1 लाख 63 हज़ार से अधिक बहनें लखपति बन चुकी हैं :धामी

11th August 2025

Recent News

चमियाला के इंटर कॉलेज में विद्यार्थियों को सिखाये गए आपदा में बचाव के गुर

चमियाला के इंटर कॉलेज में विद्यार्थियों को सिखाये गए आपदा में बचाव के गुर

21st August 2025
बीज बचाओ आंदोलन के प्रणेता विजय जड़धारी जी इंद्रमणि बडोनी सम्मान 2025 से सम्मानित

बीज बचाओ आंदोलन के प्रणेता विजय जड़धारी जी इंद्रमणि बडोनी सम्मान 2025 से सम्मानित

19th August 2025
बर्ड फ्लू से सतर्कता, यूपी से आनेवाले कुकुट उत्पाद पर रोक

बर्ड फ्लू से सतर्कता, यूपी से आनेवाले कुकुट उत्पाद पर रोक

15th August 2025
उत्तराखंड में 1 लाख 63 हज़ार से अधिक बहनें लखपति बन चुकी हैं :धामी

उत्तराखंड में 1 लाख 63 हज़ार से अधिक बहनें लखपति बन चुकी हैं :धामी

11th August 2025
UK Khabar

उत्तराखण्डी प्रवासियों व उत्तराखंड की तमाम सामाजिक, सांस्कृतिक गतिविधियों की खबरों को जन जन तक पहुंचाने UKKhabar का निर्माण किया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से उत्तराखंड व उत्तराखंडी जनमानस से जुड़ी सामाजिक, सांस्कृतिक व अन्य समाचारों को आप तक पहुंचाने का प्रयास होगा।

Follow Us

वर्गानुसार खोजें

  • Uncategorized
  • अन्य राज्य
  • अल्मोड़ा
  • उत्तरकाशी
  • उत्तराखंड
  • उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
  • उधम सिंह नगर
  • कला/संस्कृति
  • कारोबार
  • कैरियर
  • खेल
  • गैलरी
  • चमोली
  • चम्पावत
  • जीवन शैली
  • टिहरी गढ़वाल
  • त्यौहार
  • देश / विदेश
  • देहरादून
  • धर्म
  • नैनीताल
  • पर्यटन
  • पिथौरागढ़
  • पौड़ी गढ़वाल
  • फ़ोटो गैलरी
  • बागेश्वर
  • मनोरंजन
  • मुंबई
  • मोबाइल/टेक्नो
  • रसोई
  • राजनीति
  • रुद्रप्रयाग
  • वायरल
  • विवाह
  • वीडियो गैलरी
  • शख्सियत
  • सामाजिक संस्थाएं
  • स्वास्थ्य फिटनेस
  • हरिद्वार
  • होम

नवीनतम समाचार

चमियाला के इंटर कॉलेज में विद्यार्थियों को सिखाये गए आपदा में बचाव के गुर

चमियाला के इंटर कॉलेज में विद्यार्थियों को सिखाये गए आपदा में बचाव के गुर

21st August 2025
बीज बचाओ आंदोलन के प्रणेता विजय जड़धारी जी इंद्रमणि बडोनी सम्मान 2025 से सम्मानित

बीज बचाओ आंदोलन के प्रणेता विजय जड़धारी जी इंद्रमणि बडोनी सम्मान 2025 से सम्मानित

19th August 2025
बर्ड फ्लू से सतर्कता, यूपी से आनेवाले कुकुट उत्पाद पर रोक

बर्ड फ्लू से सतर्कता, यूपी से आनेवाले कुकुट उत्पाद पर रोक

15th August 2025
उत्तराखंड में 1 लाख 63 हज़ार से अधिक बहनें लखपति बन चुकी हैं :धामी

उत्तराखंड में 1 लाख 63 हज़ार से अधिक बहनें लखपति बन चुकी हैं :धामी

11th August 2025
  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

© 2020 UK Khabar Designed by Saral Infosoft.

No Result
View All Result
  • होम
  • देश
  • मुंबई
    • सामाजिक संस्थाएं
  • उत्तराखंड
    • देहरादून
    • नैनीताल
    • हरिद्वार
    • अल्मोड़ा
    • चम्पावत
    • बागेश्वर
    • पिथौरागढ़
    • उधम सिंह नगर
    • पौड़ी गढ़वाल
    • टिहरी गढ़वाल
    • उत्तरकाशी
    • रुद्रप्रयाग
    • चमोली
  • अन्य राज्य
  • राजनीति
  • मनोरंजन
    • कला/संस्कृति
    • त्यौहार
    • धर्म
  • खेल
  • कारोबार
  • पर्यटन
  • जीवन शैली
    • मोबाइल/टेक्नो
    • घर-अशियाना
    • स्वास्थ्य फिटनेस
    • रसोई
    • विवाह
  • वायरल
  • गैलरी
    • फ़ोटो गैलरी
      • वीडियो गैलरी
  • शख्सियत
  • कैरियर

© 2020 UK Khabar Designed by Saral Infosoft.

Login to your account below

Forgotten Password?

Fill the forms bellow to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In