अंथवाल गांव. हिंदाव की देवी मां जगदी के होम में 5वें दिन नारायण मंदिर देवलसेरा में क्षेत्र के देवी भक्तों का रैला उमड़ पड़ा. महायज्ञ के 5वें दिन नारायण मंदिर देवलसेरा में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सोनादेवी सजवाण, ब्लाक प्रमुख श्रीमती बसुमति घनाता, जिला पंचायत सदस्य श्री रघुवीर सजवाण, श्री करणसिंह घनाता आदि जनप्रतिनिधियों ने मां जगदी के महायज्ञ में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराई. इस अवसर पर वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन व विकलांग पेंशन के लिए भी दिन भर शिविर आयोजित किया गया.
अंथवाल गांव में कल 5वें दिन के यज्ञ की ग्राउंड रिपोर्ट यज्ञ के प्रधानाचार्य श्री आचार्य उमाशंकर अंथवाल शास्त्री जी की कलम से-
आज पंचम दिवस में भगवान लक्ष्मी नारायण मां जगदी के विशाल यज्ञ के प्रधानाचार्य उमाशंकर अंथवाल जी से जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सोनादेवी सजवाण, ब्लाक प्रमुख श्रीमती बसुमति घनाता, जिला पंचायत सदस्य श्री रघुवीर सजवाण, श्री करणसिंह घनाता आदि ने आशीर्वाद ग्रहण किया. सुन्दर प्रवचन करते हुए आचार्य श्री ने सभी भक्तों को संस्कार और संस्कृति के बारे में अपने सुंदर प्रवचनों से समझाया. आचार्य श्री ने कहा कि जब संस्कार और संस्कृति आपके सुदॄढ़ और अच्छे होंगे, तभी व्यक्ति आने वाले भविष्य के अच्छे मार्ग की ओर प्रसस्त होंगे.
घर ही है संस्कार की पाठशाला
आचार्य श्री ने अपने प्रवचन में कहा कि आज की जो अप्रिय स्थितियां हो रही हैं, संस्कार और संस्कृति की कमी के कारण ही हो रही हैं. आचार्य श्री ने यहां उपस्थित श्रोताओं से कहा कि खासकर आजकल के बच्चों में संस्कार और चरित्र निर्माण के लिए उन्हें अच्छे संस्कार दिए जाने जरूरी हैं और यह संस्कार की पाठशाला पहले माता पिता को घर से ही देनी होगी. यज्ञ के प्रधानाचार्य उमाशंकर अंथवाल जी ने खुद अपना उदहारण देते हुए कहा कि आज जगदी महायज्ञ में जो सौभाग्य प्रधानाचार्य पद का उन्हें मिला है वो सब मेरे माता-पिताजी के द्वारा दिए गए आशीर्वाद और संस्कार की ही बदौलत है.
यज्ञपुरूष का वेदमंत्रों के साथ तृतीय विवाह संपन्न
पंचवें दिवस में भगवान यज्ञ पुरूष का वेदमंत्रों के साथ तृतीय विवाहः संपन्न हुआ. यज्ञ में आचार्य श्री के पूज्य पिताजी श्री प्रेमलाल जी अंथवाल जी, जो कि वेदों के ज्ञाता के साथ ही एक अच्छे ज्योतिष विद्धवान भी हैं, आचार्य श्री इंद्रदत्त शास्त्री व्याकरणाचार्य, श्री शिवशरण प्रसाद थपलियाल साहित्याचार्य, शास्त्रों के वेदों के ज्ञाता श्री मंत्री प्रसाद अंथवाल जी सहित कही विद्धवान ब्राह्मण उपस्थित थे.
महायज्ञ में यज्ञ के प्रधानाचार्य आचार्य उमाशंकर अंथवाल शास्त्री जी का स्वागत सभी नौज्युला जगदी समिति के पदाधिकारी-अध्यक्ष श्री सतेसिंह राणा, प्रबंधक श्री केदारसिंह मालध्या, महासचिव श्री कुंवरसिंह कुंवर, कोसाध्यक्ष श्री शुरवीर सिंह कुंवर जी ने किया. पूज्य आचार्य श्री के बड़े भाई श्री विजयशंकर अंथवाल जी ने मंच पर अपनी स्वरचित कविता का पाठ कर सर्वप्रथम भगवान लक्ष्मीनारयण माँ जगदी के चरणों में समर्पित की. देश, जन्मभूमि और वीर जवानों के नाम यह कविता सुनकर सभी श्रोता भाव विभोर ही गए. परंपरागत बाजीगरों जियालाल आदि के द्वारा सुन्दर ढोलवादन के साथ शांता नृत्य डोली नृत्य भी 5वें दिन का आकर्षण रहा.