देहरादून. प्रदेश के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), उच्च शिक्षा, सहकारिता, प्रोटोकाल, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास मंत्री डा. धनसिंह रावत ने सचिवालय में स्थित मुख्य सचिव सभागार राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना की समीक्षा बैठक की। इस परियोजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों से हो रहे पलायन को रोकने, ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन एवं कृषकों के जीवन स्तर में सुधार हेतु इस प्रकार की योजना संचालित की जा रही है।
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साथ ही मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना से महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार के साथ ही प्रदेश के पर्वतीय जनपदों में दुग्ध उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी। इसके लिए साईलेज (पशुओं हेतु चारा) उत्पादन एवं वितरण पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।
अदरक की संयुक्त सहकारी खेती कृषकों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है तथा अल्मोड़ा में रोजवैली नर्सरी निर्माण से अल्मोड़ा में पर्यटन एवं रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। कृषकों द्वारा बंजर छोड़ी गयी भूमि भी उपयोग में लायी जा सकेगी।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि साथ ही मंडुवा एवं झंगौरा हेतु कलस्टर विकास परियोजना को और अधिक बढ़ावा देने के लिए इंस्टीट्यूशनल बाईंग (संस्थागत खरीद) पर फोकस किया जायेगा. इस अवसर पर सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम, अपर सचिव श्री वी. षणमुगम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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