घनसाली. घनसाली विधानसभा क्षेत्र के नैलचामी, हिंदाव, भिलंग में आजकल बड़े धार्मिक आयोजन चल रहे हैं. इन आयोजनों में विभिन्न लोगों के बढ़ चढ़ कर शामिल होने के चलते क्षेत्र में 2022 के चुनाव की आहट भी महसूस होने लगी है. यहां हाल की बढ़ी राजनीतिक सरगर्मी के संदर्भ में घनसाली के पूर्व विधायक भीमलाल आर्य जी से संपर्क करने पर उन्होंने सर्वप्रथम नीलचामेश्वर महादेव, मां नंदा और मां जगदी को अंत:करण से नमन करते हुए नैलचामी, हिंदाव, भिलंग की महान जनता को इन आयोजनों की शुभकामनाएं दी.
पूर्व विधायक श्री भीमलाल आर्य ने कहा कि अपने देवी देवताओं की भक्ति के आयोजनों से ही हमारा उत्तराखंड देवभूमि कहलाता है और 12 वर्षों में होने वाले नैलचामी, हिंदाव, भिलंग, बासर के सामूहिक आयोजन क्षेत्र की सुख समृद्धि व खुशहाली के अलावा विश्व शांति के लिए भी महत्वपूर्ण हैं.
घनसाली में आगामी 2022 के पूर्व ही कुछ नए लोगों की राजनीतिक सक्रियता को लेकर पूछे गए प्रश्न पर पूर्व विधायक श्री भीमलाल आर्य ने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी व्यक्ति को चुनाव लड़ने का अधिकार है और जहां तक मैं भीमलाल आर्य की बात है, मैं घनसाली का बेटा हूं और जीवन पर्यंत घनसाली की महान जनता की सेवा करता रहूंगा.
2022 का चुनाव घनसाली से ही लडूंगा
2022 के चुनाव को लेकर पूर्व विधायक जी ने कहा कि मैं 2022 का चुनाव घनसाली से ही लडूंगा और 2022 में जनता के आशीर्वाद से विधानसभा चुनाव जीतकर घनसाली के विकास को गति दूंगा. 2012 में घनसाली विधानसभा से रिकार्ड मतों से जीत हासिल करने वाले भीमलाल आर्य ने विश्वास जताया कि घनसाली का बेटा होने के कारण मुझे 2022 में घर घर का आशीर्वाद मिलेगा.
उल्लेखनीय है कि नैलचामी में नीलचामेश्वर महादेव के यज्ञ का आज समापन है, वहीं भिलंग की मां नंदा व हिंदाव की मां जगदी का महायज्ञ भी आजकल धूमधाम से चल रहा है. इन आयोजनों की खास बात यह है कि जहां आम जनता अपने देवी-देवताओं को मना रही है, वहीं क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी भगवान की दर पर जाकर भगवान व देवतुल्य जनता के दर्शन कर उनका आशीर्वाद ले रहे हैं. इन आयोजनों में बड़े दल बल के साथ जाकर कुछ ऐसे नए लोग भी सक्रिय दिखाई दे रहे हैं, जो 2022 के चुनाव में यहां से प्रतिनिधित्व करने के सपने संजोए हैं. देव आयोजनों में क्षेत्र के प्रतिनिधियों की अचानक बड़ी इस सक्रियता से ऐसा लग रहा है मानों 2 साल पहले ही यहां चुनावी माहौल बन गया है.