नवीमुंबई. मुंबई में शिक्षाविद डा. योगेश्वर शर्मा (धस्माणा) का हृदय गति रुकने से निधन का समाचार है. मिली जानकारी के अनुसार डा. योगेश्वर शर्मा ने डीवाई पाटिल अस्पताल में अंतिम सांस ली. डा. योगेश्वर शर्मा मूलत: पौड़ी जनपद के मूल निवासी थे और नवी मुंबई के नेरुल में मोतीलाल नेहरू हाइस्कूल के संचालक थे.
प्राथमिक शिक्षा गांव में करने के बाद डा. योगेश्वर शर्मा जी की शिक्षा दिल्ली में हुई और आयकर विभाग में नौकरी करने के बाद डा. योगेश्वर शर्मा ने महाराष्ट्र के नांदेड़ में कांग्रेस पार्टी से नगरसेवक के रूप में रहकर राजनीति की शुरूआत की. महाराष्ट्र में राजनीति के साथ शिक्षा के क्षेत्र में डा. योगेश्वर शर्मा ने अपना अहम योगदान दिया और नवीमुंबई के नेरुल में हिंदी हाइस्कूल की स्थापना कर हिंदीभाषी लोगों के बच्चों के लिए शिक्षा का अवसर सुलभ कराया.
मुंबई के सामाजिक पटल पर राजनीति, शिक्षा और उत्तराखंड की लोकसंस्कृति को बढ़ाने में डा. योगेश्वर शर्मा (धस्माणा) की मुख्य सहभागिता रही. डा. योगेश्वर शर्मा प्रवासी उत्तराखंडियों के सांस्कृतिक महोत्सव कौथिग फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष भी रहे. डा. योगेश्वर शर्मा के निधन के समाचार से प्रवासी उत्तराखंडियों में शोक की लहर दौड़ गई है.