कुन्नूर. तमिलनाडु के कुन्नूर में नीलगिरी की पहाड़ियों पर सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है. बताया जा रहा है कि इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) समेत 14 लोग सवार थे. इनमें से 13 लोगों की मौत का समाचार है. इस हादसे में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत की भी मौत हो गई है।
इस खबर से सभी उत्तराखंडवासी और देशवासी शोक की लहर में डूब गए हैं.
बता दें कि यह हादसा तब हुआ जब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी मधुलिका रावत एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे. सरकार अब हादसे पर कल बयान जारी करेगी और हादसे की आधिकारिक जानकारी, कारणों की जानकारी आम जनता के सामने आएगी.
एयरफोर्स ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि यह चौपर IAF Mi-17V5 helicopter था, जो सुबह हादसे का शिकार हो गया. हादसे की वजह की जांच का आदेश एयरफोर्स की ओर से दिया गया है. क्रैश हेलिकॉप्टर कुछ ही समय बाद लैंड करने वाला था. इस घटना से आज पूरा देश सतब्ध हो गया है.
देशवासी केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा हादसे को लेकर बयान का इंतजार कर रहे हैं. हादसे के फौरन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दुर्घटना से जुड़ी जानकारी दी. रक्षा मंत्री राजनाथ ने विपिन रावत के घर जाकर बेटी से मुलाकात की.
सीडीएस विपिन रावत के बारे में संक्षिप्त जानकारी
सीडीएस विपिन रावत का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में जनरल रावत जी के पूर्वज मायापुर/हरिद्दार से आकर गढ़वाल के परसई गांव में रहते थे. रावत के पिता लेफ्टिनेंट जनरल लक्ष्मण सिंह रावत, जो सेना से लेफ्टिनेंट जनरल के पद से सेवानिवृत्त हुए.
सीडीएस विपिन रावत ने ग्यारहवीं गोरखा राइफल की पांचवीं बटालियन से 1978 में अपने करियर की शुरुआत की. रावत ने देहरादून में कैंबरीन हॉल स्कूल, शिमला में सेंट एडवर्ड स्कूल और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से शिक्षा ली, जहां उन्हें ‘सोर्ड ऑफ़ ऑनर ‘ दिया गया. वह फोर्ट लीवनवर्थ, यूएसए में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन और हायर कमांड कोर्स के स्नातक किया. उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से डिफेंस स्टडीज में एमफिल, प्रबंधन में डिप्लोमा और कम्प्यूटर स्टडीज में भी डिप्लोमा किया है. 2011 में, उन्हें सैन्य-मीडिया सामरिक अध्ययनों पर अनुसंधान के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा डॉक्टरेट ऑफ़ फिलॉसफी से सम्मानित किया गया था.
भारतीय सैन्य अकादमी से स्नातक उपाधि प्राप्त करने वाले बिपिन रावत ने जनवरी 1979 में सेना में मिजोरम में प्रथम नियुक्ति पाई. नेफा इलाके में तैनाती के दौरान उन्होंने बटालियन की अगुवाई की. 01 सितंबर 2016 को सेना के उप-प्रमुख का पद संभाला. 31 दिसंबर 2016 से सेना प्रमुख का पद पर रहे. रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक थल सेनाध्यक्ष के पद के बाद हिंदुस्तान के पहले सीडीएस बनने का गौरव प्राप्त किया था.
बिपिन रावत की पत्नी का नाम मधुलिका रावत है. मधुलिका रावत आर्मी वेलफेयर से जुड़ी हुईं हैं. वो आर्मी वुमन वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष हैं. यह संगठन देशभर में सेना में कार्यरत लोगों के परिवारों की समस्याओं का समाधान करता है.