टिहरी. टिहरी झील (Tehri Lake) क्षेत्र के समग्र विकास को लेकर एशियन डेवलपमेंट बैंक (Asian Development Bank) द्वारा सोमवार से 23 सितम्बर, 2022 तक क्षेत्रों का दौरा किया जायेगा. इसी क्रम में सोमवार को जिला सभागार टिहरी गढ़वाल में टिहरी झील क्षेत्र के समग्र विकास हेतु स्टेक होल्डरों के साथ बैठक आयोजित की गई. बैठक में टिहरी झील क्षेत्र में विकसित पर्यटन परिसंपत्तियों पर अद्यतन स्थिति और स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन में उनका योगदान पर चर्चा की गई. विदेशी मेहमानों द्वारा क्षेत्र की प्रशंसा करते हुए टिहरी झील क्षेत्र के समग्र विकास को लेकर अपने सुझाव दिये गये.
बैठक में विधायक टिहरी किशोर उपाध्याय (MLA Tehri Kishore Upadhyay), जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डॉ. सौरभ गहरवार (Dr. Saurabh Gaharwar), जापान से निशिमुरा, नीदरलैंड से शाल्केन, रिपब्लिक फ्रेन्काइज से मिशेल्स, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अवस्थापना उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद् (Uttarakhand Tourism Development Council) पूजा गर्ब्याल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी साहसिक विंग यूटीडीबी कर्नल अश्विनी पुण्डीर, पर्यटन सलाहकार यूटीडीबी आशीष शर्मा, जीआईएस एक्सपर्ट यूटीडीबी अक्षय जयसवाल सहित अन्य अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया.
नैसर्गिक प्राकृतिक सुन्दरता पर जोर
मा. विधायक श्री किशोर उपाध्याय ने क्षेत्र के सतत पर्यटन विकास एवं नैसर्गिक प्राकृतिक सुन्दरता पर जोर देने की बात कही. उन्होंने पर्यावरणविद् सुन्दरलाल बहुगुणा एवं विश्वेश्वर दत्त सकलानी का उदाहरण देते हुए कहा कि पर्यावरण के क्षेत्र में यहां लोग जागरूक है. उन्होंने निवेशकों से यहां आकर निवेश करने को कहा. जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार ने पर्यावरण संरक्षण, आजीविका संवर्धन और ग्रामीण विकास, स्थानीय समुदाय, संस्कृति एवं विरासत, प्राकृतिक संसाधन, वहनीयता सहित सतत विकास पर ध्यान देने की बात कही. उन्होंने क्षेत्र के सतत् विकास हेतु टैक्निकल एक्सपर्ट्स की टीम द्वारा क्षेत्र का भ्रमण करने की बात कही.
1954.37 करोड़ से 06 कलस्टरों में कार्य प्रस्तावित
एडीबी की टीम द्वारा टिहरी झील क्षेत्र के समग्र विकास को लेकर सहायतित परियोजना के संबंध में प्रजेंटेंशन के माध्यम से आगामी पृष्ठभूमि की जानकारी दी गई. बताया गया कि टिहरी झील क्षेत्र के समग्र विकास के तहत लागत धनराशि रुपये 1954.37 करोड़ से 38 परियोजना के द्वारा 06 कलस्टरों में कार्य किया जाना प्रस्तावित है, जिसमें कोटी कालोनी कलस्टर, तिवाड़गांव कलस्टर, मदननेगी कलस्टर, डोबरा चांठी कलस्टर, झील कलस्टर तथा नई टिहरी कलस्टर शामिल हैं. इन 06 कलस्टरों में वाटर पार्क, स्विमिंग पुल, एम्यूजमेंट राइड्स, ईको हट्स, पार्किंग, एकीकृत सूचना केन्द्र, लाइट एण्ड सांउड शॉ, ब्रिज, योग और पंचकर्मा, बॉयो डायवरसिटी पार्क एडवेंचर रिजोर्ट आदि अनेकों योजनाएं प्रस्तावित हैं.
बैठक में डीएफओ टिहरी वी.के.सिंह, जीएम टीएचडीसी अजय वर्मा, एसडीएम टिहरी अपूर्वा सिंह, जिला पर्यटन विकास अधिकारी अतुल भण्डारी, जिला साहासिक पर्यअन अधिकारी के.एस. नेगी, अधि.अभि. लोनिवि टिहरी डी.एम.गुप्ता, अधि.अभि. जल संस्थान सतीश नौटियाल, वाप्कोस लि. से मनीष, संजीत मिश्रा, एडवोकेट देवेन्द्र दुमोगा, होटल ऑनर एसोसियेशन प्रेजीडेंट टिहरी लक्ष्मी प्रसाद भट्ट सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे.