ऋषिकेश। ऋषिकेश से रविवार देर रात दुखद खबर आई है। सड़क हादसे में उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष श्री त्रिवेंद्र सिंह पंवार (Trivendra Singh Panwar) समेत दो लोगों की मौत हो गई। इस समाचार के आते ही पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है।
उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष एवं संरक्षक श्री त्रिवेंद्र सिंह पंवार जी का सड़क दुर्घटना में निधन होने पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा शोक जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री त्रिवेंद्र सिंह पंवार जी के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों, समर्थकों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
राज्य ने एक दूरदर्शी नेता खो दिया: हरीश रावत
त्रिवेंद्र पंवार जी के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी ने शोक प्रकट कर कहा कि नटराज चौक के पास में हुई भीषण सड़क दुर्घटना में राज्य के एक मूर्धन्य नेता, प्रखर राज्य आंदोलनकारी, Uttarakhand Kranti Dal के पूर्व अध्यक्ष श्री #त्रिवेंद्र_सिंह_पवार और उनके कुछ साथियों की दु:खद हृदय विदारक मौत का समाचार प्राप्त हुआ है, मन बहुत क्षुब्ध है। राज्य ने एक कर्मठ दूरदर्शी नेता खोया है। मैं, उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनके कुटुंबीजनों व उक्रांद सहित उनके संघर्षशील परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रेषित करता हूं।
भगवान, दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं उनके परिजनों को इस असहनीय दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करें और जो लोग घायल हुए हैं मैं, उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
राज्य के लोग याद रखेंगे पंवार जी का राज्य के लिए संघर्ष: शिवप्रसाद सेमवाल
उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष श्री त्रिवेंद्र सिंह पंवार (Trivendra Singh Panwar) के निधन पर राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के संयोजक शिवप्रसाद सेमवाल ने भी गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य आंदोलन में उनका संघर्ष और योगदान राज्य के लोग सदैव याद रखेंगे। वहीं उक्रांद के पूर्व पदाधिकारी संपीद आर्य ने भी पंवार के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, यह हादसा इंद्रमणि बडोनी चौक ऋषिकेश में हुआ। जहां एक बेकाबू ट्रक ने सड़क किनारे खड़े कई वाहनों को टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में त्रिवेंद्र सिंह पंवार जी सहित तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए। घायलों को एम्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने पंवार को मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि अन्य लोग भी हादसे के शिकार हुए हैं। बताया जा रहा है कि पंवार एक पूर्व राज्यमंत्री के बेटे की शादी में शामिल होने यहां पहुंचे थे, इसी दौरान यह हादसा हो गया।
केदारनाथ उपचुनाव के बाद पंवार ने कार्यकर्ताओं का ऐसा बढ़ाया था उत्साह
केदारनाथ उपचुनाव की जनता का फैसला हमको लोकतंत्र में स्वीकार करना चाहिए यह चुनौती उत्तराखंड क्रांति दल को स्वीकार करनी चाहिए यद्यपि उत्तराखंड क्रांति दल के लोगों ने इस समय बहुत अच्छा टीम वर्क कार्य किया है। मैं सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूं और हमको नए सिरे से 27 में तैयारी के लिए हमको अभी से पंचायत चुनाव में लग जाना चाहिए और कांग्रेस और भाजपा का विकल्प ही उत्तराखंड क्रांति दल हो सकता है। पवार ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा था कि नजर और नसीब में एक गहरा रिश्ता है क्योंकि नजर को अक्सर वही पसंद आता है जो नसीब में नहीं होता है। जय उत्तराखंड
शोक संवेदनाएं
उक्रांद नेता श्री त्रिवेन्द्र सिंह पंवार जी के आकस्मित निधन का समाचार सुनकर मैं बहुत दुःखी हूं। जब मैं सन् 2017 में उक्रांद के टिकट पर घनसाली से चुनाव लड़ रहा था तो पंवार जी अखोडी़ में उत्तराखंड के गांधी स्व. इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने मेरे चुनाव प्रचार की शुरुआत करने भारी बर्फबारी में आये थे। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि इनकी दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में शांति दे और इनके परिवार वालों को दुःख सहन करने की हिम्मत दे।
-सिमनलाल आर्य, सामाजिक कार्यकर्ता
उत्तराखंड ने एक योद्धा खो दिया: मोहित डिमरी
उत्तराखंड के हकों के लिए संघर्ष करने वाले युवा नेता मोहित डिमरी ने यूकेडी के संरक्षक और पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष श्री त्रिवेंद्र पंवार जी (Trivendra Panwar) के सड़क हादसे में निधन होने पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। डिमरी ने कहा कि त्रिवेंद्र जी का निधन उत्तराखंड के लिए अपूरणीय क्षति है। उत्तराखंड राज्य निर्माण में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कई बार जेल गए। संसद में पर्चे फेंककर उन्होंने राज्य निर्माण आंदोलन को ताकत दी।
डिमरी ने कहा राज्य निर्माण के बाद भी पंवार जी उत्तराखंड की बेहतरी के लिए वह संघर्ष करते रहे। मूल निवास, भू-क़ानून, राजधानी गैरसैंण सहित उत्तराखंड के अन्य मुद्दों लेकर वह मुखरता से लड़ते रहे। उनका इस तरह जाना हम सभी को स्तब्ध कर गया। आपसे जब भी मिलना होता था, आप हमेशा उत्तराखंड के भविष्य को लेकर चिंतित दिखाई दिए। आपकी दृढ़ इच्छाशक्ति और सोच ने हमेशा हमें प्रेरित किया। आज उत्तराखंड की जनता ने एक योद्धा खो दिया है।
मोहित डिमरी ने उनके निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूँ। ईश्वर शोकाकुल परिजनों, उनके समर्थकों को इस असीम दुःख को सहने की शक्ति दे।