उत्तरकाशी। काशी विश्वनाथ मंदिर में रविवार 7 जुलाई को प्रातःकालीन आरती के उपरांत श्री काशी विश्वनाथ गुरुकुलम कार्यक्रम के नवम सत्र में उत्तरकाशी की मशहूर पशु रक्षक खुशी नौटियाल को सम्मानित किया गया। काशी विश्वनाथ मंदिर में हुए इस कार्यक्रम में श्री सत्येंद्र नौटियाल (खुशी के पिता) भी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में महंत श्री अजय पुरी जी ने उन्हें विश्वनाथ अंग वस्त्र से सम्मानित किया।

बता दें कि ज्ञानसू निवासी खुशी नौटियाल बेजुबान जानवरों और पक्षियों के दर्द को हलका करने पिछले लंबे समय से उत्तरकाशी क्षेत्र में सक्रिय हैं। खुशी नौटियाल पिछले सात साल से सड़क व अन्य हादसों में घायल लावारिस और बीमार कुत्तों, पक्षियों व गायों की मरहम पट्टी कर उनका उपचार स्वयं के संसाधनों से करती हैं। कई बार जब बेजुबान जानवर सड़क दुर्घटना, वनाग्नि में गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं, ऐसे जानवरों का सहारा खुशी बनती हैं। वह घायल जानवरों को अपने घर में रखकर उपचार करती हैं। अब तक खुशी नौटियाल असंख्य घायल और असहाय जानवरों को जीवनदान दे चुकी हैं। खास बात यह है कि खुशी इन जानवरों की दवाइयां और इलाज के खर्चे के लिए बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर पैसा जुटाती हैं।
खुशी अपने इस कार्य को और भी विस्तार देकर बेजुबान प्राणियों की मदद के लिए कदम बढ़ा रही हैं। इन दिनों खुशी ने लहित नाम से युवाओं की एक टीम गठित की है। खुशी नौटियाल ने सभी लोगों से मानवीय सेवा हेतु उनकी टीम से जुड़ने का आह्वान किया है। खुशी ने बताया कि जब मैंने बेजुबान जानवरों की देखभाल की शुरुआत की तो इसमें घरवालों का सहयोग मिला, जिससे यह कार्य और आसान हुआ। इसके लिए खुशी ने अपने माता-पिता व पारिवारिक के सदस्यों का विशेष आभार जताया है।
इस मौके पर महंत श्री अजय पुरी जी ने खुशी नौटियाल के इस सराहनीय पुण्य कार्य हेतु बाबा काशी विश्वनाथ जी के पावन चरणों में उनकी दीर्घायु एवं मंगल कामना की प्रार्थना की है। खुशी को सम्मानित करने के अवसर पर पारस कोटनाला जी, मोहन डबराल जी, जमुना प्रसाद उनियाल जी, कृष्णपाल मटूड़ा जी, मुकेश राणा जी, श्रीयम डंग जी, अंकित ममंगाई जी, रोहित नेगी जी, सौरव रावत जी, गौरव रावत जी, आदित्य नौटियाल जी, मधु मटूड़ा जी आदि ने सहयोग प्रदान किया।











